पटना: बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव का आयोजन हो सकता हैं. इसे लेकर बिहार की राजनीति में जोड़ तोड़ का गणित भी आरंभ हो गया है. राज्य में नए समीकरण के बनने के भी आसार दिखाई दे रहे हैं. हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से अलग होने का निर्णय कर लिया है.
जीतन राम मांझी की पार्टी हम की कोर कमिटी की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया है. आपको बता दें कि मांझी के बार-बार अल्टीमेटम देने के बाद भी महागठबंधन की तरफ से कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में उन्होंने यह फैसला लिया. आगे जीतन राम मांझी की क्या रणनीति होगी, इस बात का खुलासा अगले दो से तीन दिन में हो सकता है. आपको बता दें कि मांझी महागठबंधन में बार-बार समन्वय समिति का गठन करने की मांग कर रहे थे. कई कांग्रेस और राजद के नेताओं ने उन्हें जल्द समिति बनने का आश्वासन दिया था.
वहीं, मीडिया से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा है कि आज की मीटिंग में जो फैसला लिया गया है, उसकी जानकारी दे दी गई है. आगे मैं क्या करूंगा इस पर मैं दो से तीन दिन में चर्चा करूंगा. वहीं, हम के महासचिव संतोष महाजन ने कहा है कि कोर कमिटी की मीटिंग में अलग होने का निर्णय लिया गया है.
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