बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने हाल ही में प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जी दरअसल मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से BJP की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बीते दिनों एक बयान दिया था और उसी पर BJP के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने उन्हें समझाने की सलाह दी है। हाल ही में उन्होंने प्रज्ञा ठाकुर को नसीहत देते हुए कहा कि, 'वे हमें नहीं बताएं कि कौन शूद्र है और कौन आतंकवादी।'
जी दरअसल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल ‘HAM’ के प्रमुख जीतन राम मांझी ने एक बयान दिया है जिसमे उन्होंने कहा, ''BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा जी से आग्रह है कि अपनी बड़बोली सांसद प्रज्ञा ठाकुर को समझाएं कि वह एससी, एसटी समाज को अपमानित ना करें। प्रज्ञा ठाुकर हमें ना बताएं कि कौन शूद्र है और कौन आतंकवादी।''
क्या कहा था प्रज्ञा ठाकुर ने - आप सभी को बता दें कि बीते सोमवार को भोपाल के पास सीहोर में क्षत्रिय समाज के कार्यक्रम में प्रज्ञा ठाकुर ने एक विवादित बयान दिया था। उसमे उन्होंने कहा था कि, 'हमारी धर्म व्यवस्था में चार वर्ग तय किए गए थे- ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र। ब्राह्मण को ब्राह्मण कहो तो उसे बुरा नहीं लगता, क्षत्रिय को क्षत्रिय कहो तो उसे बुरा नहीं लगता, वैश्य को वैश्य कहो तो उसे भी बुरा नहीं लगता, लेकिन शूद्र को शूद्र कह दो तो उसे बुरा लग जाता है, क्योंकि उसमें नासमझी है, ये समझ नहीं पाते।'
इसके अलावा उन्होंने पश्चिम बंगाल में इस हफ्ते बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बारे में बात करते हुए कहा था कि, 'वह (ममता बनर्जी) समझ गई हैं कि उनका शासन अब खत्म होने वाला है, इसलिए वह बौखला गई हैं। पश्चिम बंगाल का अगला विधानसभा चुनाव बीजेपी जीतेगी और वहां ‘हिंदू राज’ होगा।' यह बयान देने के बाद से वह लगातार कई लोगों के निशाने पर चल रहीं हैं।
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