1. सुहागरात को पति पत्नी से कहता है
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तुम्ही मेरी साधना हो.....
तुम्ही मेरी आराधना हो.....
तुम्ही मेरी कल्पना हो.....
तुम्ही मेरी कविता हो.....
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तो पत्नी से रहा नहीं गया,
वो भी भावुक होकर बोल उठी...
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तुम्ही मेरे रमेश हो,
तुम्ही मेरे दिनेश हो,
तुम्ही मेरे महेश हो,
और...
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तुम्ही मेरे गाँव वाले सुरेश हो.
2. पत्नी - आपने कामवाली के साथ कोई लफड़ा किया क्या ?
पति - क्यों क्या हुआ ?
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पत्नी - कल तक मुझे मेमसाहब बुलाती थी
आज दीदी बुला रही है.
3. कौवे ने मटके से पूँछा
तुम आग में तपा के बनाये जाते हो
फिर भी.....
इतनी गर्मी में अपने अंदर
पानी को कैसे ठंडा रख पाते हो
मटके ने बहुत ही सुंदर उत्तर दिया
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तू पानी पी कलुवे
ज्यादा साइंटिस्ट मत बन.
4. पत्नी को उदास देखकर.....
पति - डार्लिंग तुम इतनी उदास क्यों लग रही हो ?
गुमसुम बैठी हो. क्या सोच रही हो ?
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पत्नी - नहीं ऐसी कोई बात नहीं है...
बस कुछ दिनों से मुझे ये चिंता सता रही है कि
आखिर क्या कसर रह गई मेरी कोशिशों में
जो शादी के इतने सालों बाद भी तुम
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मुस्कुरा लेते हो.