जोशीमठ-मलारी हाईवे रेणी गांव के समीप करीब 20 मीटर तक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यहां रविवार रात को हुई मूसलाधार वर्षा के उपरांत सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे नीती घाटी के गांवों का देश-दुनिया से संपर्क टूट चुका है। ऋषि गंगा नदी का जल स्तर और भी ज्यादा बढ़ चुका है, जिससे इलाके के ग्रामीण डरे और सहमे हुए हैं। हाईवे के दुर्घटनाग्रस्त होने से चीन सीमा क्षेत्र में सेना की आवाजाही भी बाधित हो चुकी है। ऋषि गंगा पर हाल ही में BRO ओर से स्थापित बैली ब्रिज को भी नदी से खतरा बढ़ता ही जा रहा है। वहीं बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कौडियाला-व्यासी के मध्य बंद हो गया है। जिससे मलेथा और देवप्रयाग से ट्रैफिक टिहरी रूट पर डाइवर्ट कर दिया गया है। मलबा आने के कारण से मार्ग सुबह से बंद है। PWD और राष्ट्रीय राजमार्ग के मुताबिक रोड सोमवार देर शाम तक खुलने वाली है।
पिथौरागढ़ और बागेश्वर जैसे जिलों में भारी बारिश की पूरी संभावना: जंहा इस बात का पता चला है कि राजधानी दून व आसपास के क्षेत्रों में रविवार को मौसम का अजीबोगरीब मिजाज देखने को मिल रहा है। मौसम के बदले मिजाज के चलते राजधानी के रायपुर, राजपुर रोड, जाखन, नेहरू कॉलोनी, फौव्वारा चौक, नेहरूग्राम, आजाद कॉलोनी, ISBT, माजरा, जोगीवाला, डोभाल चौक समेत कुछ क्षेत्रों में जहां तेज हवाओं के साथ झमाझम वर्षा हुई, वहीं बसंत विहार, प्रेमनगर, इंदिरानगर, कैंट, जीएमएस रोड जैसे इलाकों में बूंदाबांदी तक नहीं हुई।
राजधानी के जिन क्षेत्रों में तेज हवाओं के चलते वर्षा हुई, वहां कई पेड़ टूटकर सड़कों पर भी गिरे, जिसके चलते यातायात बाधित रहा। आखिरकार घटनास्थल पर पहुंचे SDRF और पुलिसकर्मियों ने पेड़ को हटाकर यातायात बहाल कराया।
शुरू हुआ हज यात्रा का पंजीकरण, सऊदी सरकार ने जारी किए 3 पैकेज
अरविन्द केजरीवाल का बड़ा ऐलान- गुजरात में हर सीट पर चुनाव लड़ेगी आप
'राम मंदिर के लिए मिले चंदे का दुरुपयोग अधर्म है...' जमीन घोटाले पर बोलीं प्रियंका गांधी