फरीदाबाद। वेबपोर्टल की न्यूज़ रिपोर्टर पूजा तिवारी की मौत को लेकर यह बात सामने आई है कि हरियाणा के निलंबित पुलिस अधिकारी अमित वशिष्ठ को नारको परीक्षण से गुजरना होगा। उनका नारको टेस्ट करने के लिए न्यायालय में अपील की गई थी। जिस पर न्यायालय में चर्चा हुई। नारको टेस्ट को लेकर यह बात सामने आई थी कि अमित ने इस तरह का परीक्षण करवाने की स्वीकृति नहीं दी थी। बाद में न्यायालय द्वारा नारको टेस्ट की स्थिति बनने पर अमित ने अपनी अनुमति दे दी। मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के गांधीनगर क्षेत्र में लैब में यह परीक्षण किया जाएगा।
गांधीनगर नारको लैब में 5 जून की प्रातः 10 बजे अमित वशिष्ठ को उपस्थित रहने के लिए कहा गया। पुलिस को न्यायालय में 9 जून तक टेस्ट की रिपोर्ट पेश करनी होगी। नारको टेस्ट के लिए आवश्यक शारीरिक स्वास्थ्य व अन्य जांच पूर्ण होने के बाद परीक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। नारको टेस्ट की रिपोर्ट पुलिस को न्यायालय में प्रस्तुत करनी होगी। गौरतलब है कि इस मामले में जेएमआईसी हिमानी गिल के न्यायालय में सुनवाई की जा रही है।
अमित वशिष्ठ से नार्को टेस्ट में जो सवाल किए जा सकते हैं उनमें पूजा की मौत को लेकर सवाल शामिल हैं। ये सवाल फिलहाल संभावित हैं और माना जा रहा है कि इन पर ही नार्को टेस्ट आधारित होगा। नारको टेस्ट में जो सवाल किए गए हैं उनमें पूजा और हमलावर के शराब के सेवन के प्रश्न हैं तो दूसरी ओर यह सवाल किए गए हैं कि पूजा ने सुसाइड नोट किस वक्त और किस उद्देश्य से लिखा था। आरोपी और मृतका के बीच किस तरह के संबंध थे।
मिली जानकारी के अनुसार पूजा तिवारी इंदौर मूल की थीं और अंग्रेजी वेबपोर्टल में सीनियर रिपोर्टर थीं। 1 मई 2016 को सेक्टर 46 में सद्भावना अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 509 की 5 वीं मंजिल से पूजा गिर गई थी। जब इस मामले में रवि तिवारी का बयान लिया गया तो यह बात सामने आई कि उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था। इसके बाद पूजा के मित्र अमित को संदिग्ध हालत में पकड़ा गया था। अब मामले में जांच चल रही है।
और उन्हें अमित को नीमका जेल में रखा गया है। अमित वशिष्ठ के नारको टैस्ट के लिए न्यायालय ने 5 दिन का समय दिया है। दरअसल जब नारको टेस्ट से गुजरने वाला स्वस्थ्य होता है तभी इसकी अनुमति दी जाती है। कई बार नारको टेस्ट के दौरान व्यक्ति की स्थिति असहज हो जाती है ऐसे में टेस्ट में काफी समय लगता है और इसके लिए दो से तीन दिन भी लग जाते हैं। ऐसे में शारीरीक स्वास्थ्य की जांच भी करनी आवश्यक हो जाती है।
Odisha Police job:उड़ीसा पुलिस विभाग में होगी भर्ती
हमेशा निशाने पर रहने वाली UP पुलिस योगी राज में हुई सख्त
NCP के पूर्व विधायक ने पुलिस को दी गाली, वीडियो हुआ वायरल