नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को एक PIL पर सर्वोच्च न्यायालय की कुछ टिप्पणियों के हवाले से कांग्रेस पर निशाना साधा है। 2008 में कांग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टी के बीच साइन किए गए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU) को लेकर नड्डा ने ट्वीट करए हुए लिखा कि 'इससे सुप्रीम कोर्ट तक हैरान है।'
जेपी नड्डा ने आगे लिखा कि, 'यहां तक कि शीर्ष अदालत भी कांग्रेस पार्टी और चीनी सरकार के बीच हुए एग्रीमेंट से हैरान है...हस्ताक्षर करने वाले श्रीमती गांधी और उनके बेटे को इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। क्या इसके कारण राजीव गांधी फाउंडेशन को डोनेशन प्राप्त हुआ और बदले में चीन के लिए भारतीय बाजार को खोला गया जिससे भारतीय कारोबार प्रभावित हुआ?' दरअसल, कांग्रेस और चीन की सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी के बीच 2008 में हुए एग्रीमेंट की NIA द्वारा जांच कराए जाने की मांग वाली जनहित याचिका को स्वीकार करने से शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को साफ़ इनकार कर दिया।
हालांकि, जब याचिकाकर्ता के वकील महेश जेठमलानी ने कहा कि यह इस देश के एक राजनितिक दल का दूसरे देश (चीन) की इकलौती पार्टी के साथ समझौता है और यह मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने समझौते पर हैरानी जाहिर की। अदालत ने कहा कि, 'हमारे सीमित अनुभव में हमने ऐसा कभी नहीं सुना कि किसी सियासी दल ने किसी दूसरे देश के साथ समझौता किया हो।' सर्वोच्च न्यायालय की इसी टिप्पणी को लेकर जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी और राहुल गांधी से सवाल किए हैं।
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