जूस फास्टिंग को वेट मैनेजमेंट के लिए माना जाता है. यानी अगर आपको अपना वजन कम करना है तो जूस फास्टिंग करनी होगी. यह डायजेशन प्रोसेस की आराम देता है और इसे एब्जॉर्ब करना आसान बनाता है. जूस फास्टिंग कई गम्भीर बीमारियों के लिए भी दवा की तरह काम करता है. साथ ही ये वजन कम करने में भी सहायक है. वेट लॉस के लिए एक जरूरी है की सबसे पहले आपका डाइजेशन बेटर हो. इसके लिए जूस फास्टिंग आपके डाइजेशन पर ही सबसे पहले काम करता है.
बता दें जूस में बहुत सारे विटामिन, खनिज और फाइटोन्यूट्रिएंट होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक हैं. ये शरीर में बेहतर इम्युनिटी बनाने में मदद करते हैं.इसके अलावा ये बॉडी को डीटॉक्स भी करता है. वजन कम करने में भी जूस फास्टिंग फायदेमंद है क्योंकि यह शरीर का हल्का, हाइड्रेटेड और पौष्टिकता से परिपूर्ण करता है. बता दें,जूस फास्टिंग सबके लिए नहीं है, क्योंकि कई बार केवल जूस पर रहना एसिडिटी, सिर दर्द, गैस और दस्त का कारण भी बन जाता है. जूस को अपने आहार में शामिल करते समय काफी ध्यान रखना होता है ताकि आपका वेट कम के बजाय बढ़ने न लगे.
जूस फास्टिंग के लिए आप जैविक सब्जियों और फलों को चुन सकते हैं, क्योंकि उनके बारे में माना जाता है कि उन पर कम रसायन और कीटनाशक होते हैं. सब्जियों के रस को फलों के रस की तुलना में अधिक शामिल करें. यह सुनिश्चित करें कि जो जूस आप ले रहें हैं वो न्यूट्रिएंट्स से भरा हो. बहुत शक्कर से भरा न हो. एसिडिक भी न हो. जूस फास्टिंग किसी भी अन्य आहार की तरह आपके शरीर पर काम नहीं करती.
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