लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक मुस्लिम युवक को हिन्दू धर्म अपनाना भारी पड़ रहा है। दरअसल, शहर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र इलाके में जुनैद नामक एक मुस्लिम युवक ने इस्लाम को छोड़ कर सनातन धर्म स्वीकार कर लिया है और शरीर पर भगवा चोला और हाथों में भगवान गणेश जी की प्रतिमा लिए दिखाई दे रहा है। लेकिन, इस्लाम परिवार से आने वाले जुनैद को मूर्ति पूजा करना भी भारी पड़ रहा है।
दरअसल, जुनैद की पत्नी और उसके ससुराल वाले जुनैद को ऐसा करने से रोक रहे है। वहीं, जुनैद ने सनातन धर्म अपनाने का फैसला ले लिया है। उनके इस फैसले के साथ उनकी मां रानी बेगम भी खड़ी हुई है। जुनैद की मां ने बेटे का साथ देते हुए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कानपुर पुलिस से भी उन्हे संरक्षण देने की मांग की है। रिपोर्ट के अनुसार, बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में एक किराए के मकान में रानी बेगम अपने बेटे जुनैद के साथ रहती है। जुनैद की मां रानी बेगम बताती हैं कि, जुनैद बचपन में आखों की समस्या से ग्रसित था, तमाम उपचार कराने के बाद बावजूद उसे कोई आराम नही मिला पा रहा था।
रानी बेगम के अनुसार, इसी दौरान एक दिन पड़ोस में रहने वाली एक हिंदू महिला जुनैद और उनकी मां को लेकर कानपुर देहात स्थित शोभन सरकार के मंदिर लेकर गई, जहाँ उन लोगों ने जुनैद की आँखों के ठीक होने के लिए प्रार्थना की। जहां से धीरे धीरे जुनैद की आंखे बिलकुल ठीक हो गई। इसके बाद से वो और उनका बेटा जुनैद वैदिक सनातन धर्म से प्रभावित हो गए और घर में ही पूजा पाठ करना शुरू कर दिया, जिसके चलते अब उनका परिवार ही उनका दुश्मन बन बैठा है।
वर्ष 2019 में बिंदकी की रहने वाली युवती के साथ जुनैद शादी हुई। घर आने पर पत्नी को जब जुनैद की पूजा पाठ का पता चला तो वह विरोध करने लगी। सास, साले ने घर आकर शिकायत की, तो मां रानी बेगम में उन्हें पूरी बात समझाने की कोशिश की, मगर वे नहीं माने। आरोप है इसके बाद जान से मारने की धमकी देते हुए ससुराल वाले जुनैद की पत्नी को लेकर चले गए। यही नहीं, एक बार ससुराल वालों ने मां रानी बेगम को करंट लगाकर मारने की भी कोशिश की। लगातार प्रताड़ना से तंग आकर जुनैद ने बाबूपुरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई न होने के चलते शुक्रवार (9 जून) को DCP साउथ शिवाजी शुक्ला से गुहार लगाई।
जुनैद ने कहा कि उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से घर वापसी के लिए अपील की है। वह पीएम मोदी और सीएम योगी को सनातन धर्म में वापसी के लिए पत्र भेज चुके हैं। DCP साउथ, शिवाजी शुक्ला का इस मामले में कहना है कि युवक ने मिलकर पूरा प्रकरण बताया है। बाबूपुरवा पुलिस को जांच कर जरूरी कार्रवाई करने का निर्देश दिए गए हैं।
ओडिशा ट्रेन हादसा: अब तक नहीं हो पाई 82 शवों की पहचान, DNA रिपोर्ट की प्रतीक्षा में परिजन
आदिवासी समाज के 17 लोगों ने पुनः अपनाया हिन्दू धर्म, बीमारी से ठीक होने की लालच में बन गए थे ईसाई