नई दिल्ली: जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने अपने शानदार डिफेंस के बल पर बेल्जियम को 1-0 से मात देकर हॉकी प्रेमियों का दिल जीत लिया। वास्तव में बुधवार रात को भारतीय टीम के अटैक नहीं बल्कि डिफेंस को देखकर हॉकी फैंस को काफी मजा आया। भारतीय टीम के डिफेंस के आगे पस्त नजर आए बेल्जियम के खिलाड़ियों को समझ में नहीं आ रहा था कि वे क्या करें। अंतिम मिनटों में मिले दो मौकों को भी बेल्जियम के खिलाड़ी भुना नहीं सके। खास बात ये है कि 2016 के जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में भी भारत ने बेल्जियम को मात देकर खिताब अपने नाम किया था। अब सेमी फाइनल में भारत का मुकाबला जर्मनी से होगा।
टीम इंडिया की तरफ से एकमात्र गोल एसएन तिवारी ने किया। गोल करने का अवसर पेनाल्टी कॉर्नर के कारण आया। मैच के 21वें मिनट पर टीम इंडिया को यह पेनाल्टी कॉर्नर मिला था। जिसे भारत के खिलाड़ियों ने पूरी तरह से भुनाया और पूरे मैच में यही एकमात्र गोल हो सका। वहीं दूसरी तरफ बेल्जियम को भी पेनाल्टी कॉर्नर के कई चांस मिले थे, किन्तु गोलकीपर पवन की तरफ से शानदार डिफेंस किया गया। बेल्जियम के किसी भी अटैक को गोल पोस्ट के भीतर नहीं जाने दिया। इंडियन हॉकी के इतिहास में जब भी इस मुकाबले को याद किया जाएगा, तो इंडियन टीम का डिफेंस जरूर याद आएगा। बता दें कि जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में भारत की बेल्जियम पर निरंतर पांचवीं जीत है।
अब भारत का सेमीफाइनल में सामना मौजूदा टूर्नामेंट की सबसे ताकतवर टीम से होगा। यह टीम कोई और नहीं बल्कि जर्मनी है, जिसने 6 बार यह चैंपियनशिप अपने नाम की है। जर्मनी ने इस टूर्नामेंट में भी बहुत शानदार खेल दिखाया है। जर्मनी ने अपने क्वार्टर फाइनल मैच में स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से मात दी थी। निर्धारित वक़्त तक मुकाबला 2-2 से बराबरी पर था। दूसरा सेमीफाइनल फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच खेला जाएगा। दोनों सेमीफाइनल शुक्रवार को खेले जाएंगे। रविवार को फाइनल मैच खेला जाएगा।
पाकिस्तानी गेंदबाज शाहीन अफरीदी आईसीसी टेस्ट रैंकिंग के शीर्ष पांच में
भारत के कोच थॉमस डेननरबी कहते हैं, "एक समूह के रूप में हमें अधिक आत्मविश्वासी होने की जरूरत है"
नोवाक जोकोविच के पिता ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के आयोजकों की निंदा की