नई दिल्ली: आसमान में सोमवार यानी 21 दिसंबर को एक बेहद दुर्लभ खगोलीय घटना होगी. लगभग चार सौ वर्षों के बड़े अंतराल के बाद आज बृहस्पति और शनि दोनों ग्रह एक दूसरे के काफी पास नज़र आने वाले हैं. आज शाम को इन दो ग्रह के बीच की दूरी सबसे कम होने का आभास होगा. दोनों के बीच केवल 0.1 डिग्री का अंतर बचेगा. हालांकि, दोनों ग्रह के बीच दूरी हकीकत में कम नहीं हो रही है. केवल धरती से इन दो ग्रह को देखने का जो कोण है, वह 0.1 डिग्री का आभास निर्माण कर रहा है.
21 दिसंबर को सूरज ढलने के कुछ देर बाद ही यह अविस्मरणीय पल नज़र आएगी. शाम के 7:30 बजे तक ही दोनों ग्रह दिखाई देंगे. इसके पहले ऐसी घटना 1623 में हुई थी और आज के बाद ऐसा साल 2080 में होगा. राष्ट्रीय रेडियो खगोल भौतिकी केंद्र (NCRA) के निदेशक डॉ यशवंत गुप्ता ने एक निजी न्यूज़ चैनल को इस बारे में जानकारी दी है।
इसके साथ ही 21 दिसंबर का दिन और रात इस लिए भी विशेष है, क्योंकि आज विंटर सोल्सटीस है यानी दिसंबर दक्षिणायन है. यानी आज की रात इस पूरे वर्ष की सबसे लंबी रात होगी. आज के बाद दिन बड़े होते जाते हैं और रातें छोटी होती जाती हैं. इसी के साथ अगले कुछ महीनों तक सर्दी भी बढ़ती जाएगी. यानी ठंड का कहर बढ़ते जाने की संभावना है.
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