शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। वही आज यानी 21 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि की सप्तमी तिथि है। नवरात्रि में सातवें दिन महासप्तमी पड़ती है। इस दिन मां दुर्गा की सातवीं स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना की जाती है। सदैव शुभ फल देने की वजह से इनको शुभंकरी भी कहा जाता है। मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने के लिए जानी जाती हैं, इसलिए इनका नाम कालरात्रि है। मां दुर्गा की सातवीं स्वरूप मां कालरात्रि तीन नेत्रों वाली देवी हैं। कहा जाता है मां कालरात्रि की साधना करते वक्त माता को प्रसन्न करने के लिए उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए। दरअसल माँ कालरात्रि सभी सुख-साधन देने वाली मानी जाती हैं। ऐसे में अगर आप सभी सुख-साधन और सम्पत्ति चाहते हैं तो आप इन मन्त्रों का जाप कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप इन मन्त्रों का जाप करने वाले हैं तो ध्यान रहे रात के समय में करें। इससे आपको बड़ा लाभ होगा।
मां कालरात्रि के चमत्कारी
1. 'ॐ कालरात्र्यै नम:।'
2. 'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा।'
3. 'ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ।'
4. क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।
5. ज्वाला कराल अति उग्रम शेषा सुर सूदनम।
त्रिशूलम पातु नो भीते भद्रकाली नमोस्तुते।
6. ॐ देवी कालरात्र्यै नम:।
7. ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नम:।
8. सप्तमं कालरात्रिति। सप्तमं कालरात्र्ये नम:।
9. ॐ ऐं ह्रीं क्लीं श्री कालरात्रि सर्व वश्यं कुरु कुरु वीर्य देहि देहि गणैश्वर्यै नम:।
10. ऐं बीजं हीं शक्ति: क्लीं कीलकं श्रीकालिकायै नम:।
11. एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता,
लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा,
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी॥
12. या देवी सर्वभूतेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
13. ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी।
एवमेव त्वथा कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ।।
14. ॐ यदि चापि वरो देयस्त्वयास्माकं महेश्वरि।।
संस्मृता संस्मृता त्वं नो हिंसेथाः परमाऽऽपदः ॐ।
15. ॐ ऐं यश्चमर्त्य: स्तवैरेभि: त्वां स्तोष्यत्यमलानने
तस्य वित्तीर्द्धविभवै: धनदारादि समप्दाम् ऐं ॐ।
आज इन मंत्रों का जाप कर माँ कालरात्रि को करें प्रसन्न
आज मां कालरात्रि की पूजा के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
इन राशियों के लिए बेहद शुभ होगी महाअष्टमी, 100 साल बाद बनने जा रहा है ये शुभ संयोग