मंदसौर. किसान आंदोलन की आग ठंडी होने का नाम नहीं ले रही है. किसान आंदोलन में पुलिस की गोली और लाठीचार्ज से 6 किसानों की मौत हुई, जिसके बाद राजनीती और गरमा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जिले में घूम कर मृतक किसानों के घर जा कर डेमेज कंट्रोल की कोशिश कर चुके है.
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी शनिवार रात जिले में मृतकों के परिजन से मिले. सिंधिया अपने काफिले के साथ शाम 7.05 बजे नगरी और धमनार होते हुए बड़वन में मृतक घनश्याम धाकड़ के घर पहुंचे. उन्होंने घनश्याम के पिता दुर्गालाल धाकड़ ने कहा कि मैं आपसे मिलने आया था, किन्तु प्रशासन ने मुख्यमंत्री शिवराज के दबाव में मिलने नहीं दिया.
तभी घनश्याम के पिता दुर्गालाल ने बताया कि पुलिसकर्मी घनश्याम को उठा कर ले गए थे. पुलिस की पिटाई से घनश्याम की मौत हो गई. उसकी मौत के जिम्मेदार भावगढ़ टीआई सहित पूरा पुलिस स्टाफ जिम्मेदार है. घनश्याम की बीवी की कम उम्र में विधवा होने का मुख्य कारण मुख्यमंत्री ही है. सिंधिया ने कहा कि सरकार सिर्फ अपनी गलतियां छिपा रही है. शिवराज सिंह चौहान नौटंकी कर रहे है.
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