जिसकी कुंडली में होता है काल सर्प दोष, उसका पीछा नहीं छोड़ती ये परेशानियां

जिसकी कुंडली में होता है काल सर्प दोष, उसका पीछा नहीं छोड़ती ये परेशानियां
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एक साधारण मानव हो या फिर कोई असाधारण मानव हर किसी को अपने जीवन में परेशानियों का सामना अवश्य करना पड़ता है। परेशानियां किसी भी प्रकार की हो सकती है। कई लोगों को इसी जन्म की अपनी परेशानियों का भुगतान करना पड़ता है, तो वहीं मान्यताओं के अनुसार कई बार मानव को पिछले जन्म के पापों का भुगतान भी इस जन्म में करना होता है। इन्ही में से एक समस्या है काल सर्प दोष की समस्या। यह समस्या मानव के पिछले जन्म से जुड़ी हुई थी। जीवन में इसका स्थान होने से एक साधारण मानव भी कई बार परेशानियों और हताशा का शिकार होता है। 

कहा जाता है कि किसी व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष जब होता है, जब वह पिछले जन्म में किसी भी प्रकार से नाग देवता को हानि पहुंचाता है और फिर अगला जन्म उसे पीड़ा और कष्ट के साथ गुजारना होता है। इसकी पहचान आप कुछ लक्षणों के साथ कर सकते हैं। आइए जानते हैं आप किस प्रकार से पता कर सकते हैं कि आपकी कुंडली में काल सर्प दोष है या नहीं ?

काल सर्प दोष के लक्षण 

- जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उसे राहु-केतू और नाग देवता के बुरे स्वप्न दिखाई पड़ते हैं। 

- कई बार व्यक्ति को अपनी मृत्यु के सपने आते हैं और वह इससे काफी हताश-परेशान रहने लगता है।  

- काल सर्प दोष से जो व्यक्ति पीड़ित रहता है, युवा अवस्था में सफलता उससे कोसों दूर रहती है। ऐसी मान्यता है कि उस व्यक्ति को 42 वर्ष की उम्र के बाद सफलता का स्वाद चखने को मिलता है। 

- व्यापार-व्यवसाय में व्यक्ति को हानि होती है। 

- काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को शारीरिक कष्ट उत्पन्न होते हैं। उसका स्वास्थ्य खराब रहता है। 

- ऐसे व्यक्ति के दुश्मन भी काफी बढ़ जाते हैं। साथ ही विवाह कार्य और संतान प्राप्ति में भी व्यक्ति को परेशानी आती है। 

क्या है काल सर्प दोष दूर करने का उपाय ?

काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए आपको प्रतिदिन भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए। साथ ही ऐसे लोगों को नाग पंचमी के दिन नाग देवता की विधिवत रूप से पूजा करनी चाहिए। इस दिन स्नान आदि के बाद शिवजी का पूजन करें और उनके मन्त्रों का जाप करें। साथ ही घर या फिर मंदिर में जाकर नागदेवता का पूजन करें और किसी भी प्रकार से नाग देवता को कष्ट न पहुंचाए। नाग देवता का सम्मान करें और नाग पंचमी के दिन उन्हें दूध पिलाना भी उत्तम साबित होगा।  

 

 

 

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