भोपाल: मध्य प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच कांग्रेस अपनी सरकार को सुरक्षित करने की कवायद में लगी हुई है. मध्य प्रदेश में इस राजनीतिक खींचतान के केंद्र में भाजपा से ज्यादा कांग्रेस के नेता हैं. इनमें सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पार्टी के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं. इसी कारण भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष किया है.
कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'कांग्रेसी आपस में लड़ रहे, रायता दिया बिखराय. दिग्गी चाचा समेट रहे, पर समेटा न जाय. बुरा न मानो होली है!!!' दरअसल, मध्य प्रदेश में सरकार के इस संकट के बीच कांग्रेस नेताओं के बीच ही बयानों के तीर चल रहे हैं. कांग्रेस ने दावा किया है कि खतरा टल चूका है, किन्तु कांग्रेसी नेताओं के बयान से ऐसा नज़र नहीं आ रहा है. दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ सरकार के मंत्री उमंग सिंघार पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भाषा बोलने का इल्जाम लगाया था.
दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार ने कहा था कि ये भाजपा का ऑपरेशन लोटस नहीं, ऑपरेशन मनी बैग था. हमारी सरकार पूरी तरह सुरक्षित है और पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी. वे कह रहे हैं कि हमारी सरकार केवल तीन महीने चलेगी. इत्तेफाक की बात है कि राज्यसभा चुनाव को लेकर मेरे खिलाफ भाजपा नेता और उमंग सिंघार एक ही भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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