हिन्दू मान्यताओं से जानिये जया एकादशी को हिन्दू धर्म में अत्यंत पुण्यदायी और कल्याणकारी माना जाता है। इसके अलावा हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक तो इस एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति बुरी योनि यानी भूति पिशाच की योनि में जन्म नहीं लेता है। इसके साथ ही इतना ही इस व्रत के प्रताप से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है। वही घर में सुख-संपत्ति का माहौल बनता है। वहीं पौराणिक मान्यता की मानें तो दुख, दरिद्रता और कष्टों को दूर करने के लिए जया एकादशी का व्रत करना सर्वोत्तम साधन है।
जया एकादशी कब है - हिन्दू पंचांग के मुताबिक जया एकादशी हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष को होती है।इसके साथ ही ग्रगोरियन कैलेंडर के मुताबिक यह हर साल जनवरी या फरवरी महीने में पड़ती है। इस बार जया एकादशी 5 फरवरी 2020 को मनाई जाएगी।
जया एकादशी का महत्व - हिन्दू धर्म में माघ शुक्ल में आने वाली जया एकादशी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इसका व्रत करने से मनुष्य ब्रह्म हत्यादि पापों से छूट कर मोक्ष को प्राप्त होता है। वही यही नहीं इसके प्रभाव से भूत, पिशाच आदि योनियों से भी मुक्त हो जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक व्रत करने और श्री हरि विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति बुरी योनि से छूट जाता है। कहते हैं कि जिस मनुष्य ने इस एकादशी का व्रत किया है उसने मानो सब यज्ञ, जप, दान आदि कर लिए. प्राचीन मान्यताओं के अुनसार जो मनुष्य जया एकादशी का व्रत करता है ऐसे में वह अवश्य ही हजार वर्ष तक स्वर्ग में वास करता है।
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