आप सभी को बता दें कि कल यानी 26 अप्रैल को कालाष्टमी है और इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा करते हैं और इस दिन भगवान की आरती करने से बहुत लाभ होता है. आज हम आपको भैरव आरती बताने जा रहे हैं जिसे कल यानी कालाष्टमी के दिन किया जाना चाहिए. आइए जानते हैं आरती.
भैरव आरती -
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा।
जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।
तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।
भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।
वाहन शवन विराजत कर त्रिशूल धारी।
महिमा अमिट तुम्हारी जय जय भयकारी।।
तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होंवे।
चौमुख दीपक दर्शन दुख सगरे खोंवे।।
तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी।
कृपा करिए भैरव करिए नहीं देरी।।
पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू डमकावत।।
बटुकनाथ बन बालक जन मन हर्षावत।।
बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावें।
कहें धरणीधर नर मनवांछित फल पावें।।
जल्द से जल्द रोगों से मुक्ति दिलाता है यह आसान से टोटका
हर लड़की को किस करना चाहते हैं इस राशि के लड़के, किसिंग में होती है महारथ हांसिल
कालाष्टमी की रात भगवान शिव को चढ़ाए यह चीज़, सभी रोग होंगे दूर