चेन्नई: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधी नए कानूनों को लेकर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है. किसान अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. ऐसे में इन प्रदर्शनों के बीच विभिन्न सियासी दलों के नेताओं की तरफ से भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रियाएं दी जा रही हैं. फिल्मी दुनिया से सियासत में आए मक्कल निधि मैय्म के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल हासन ने कहा कि सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए.
वहीं, तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान निवार को लेकर राज्य सरकार की मदद के बारे में पूछे जाने पर कमल हासन ने जवाब देते हुए कहा कि, "हम सीएम के कार्य से संतुष्ट नहीं हैं. " उल्लेखनीय है कि इधर दिल्ली में किसानों के 35 संगठनों के नेताओं के साथ सरकार की वार्ता जारी है. बैठक में विभिन्न किसान संगठनों के नेता हिस्सा ले रहे हैं. सरकार की तरफ से तीन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सोमप्रकाश शामिल हैं.
उधर, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी दिल्ली में जारी किसान आंदोलन पर बयान दिया है. जिसके बाद भारत सरकार और शिवसेना की प्रतिक्रिया सामने आई है. शिवसेना ने इसे आंतरिक मामला बताया है. भारत ने कनाडा के पीएम कि किसानों की टिप्पणी को 'भ्रामक सूचनाओं' पर आधारित और 'अनुचित' करार दिया है.
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