मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रचार होने में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। लेकिन जैसे जैसे प्रचार में तेजी हो रही है वैसे-वैसे नेताओं के विवादित बयान आ रहे हैं। आप सभी जानते ही होंगे इन दिनों विवादित बयानों का तो जैसा मेला ही लग गया है। जी दरअसल महिलाओं के लिए आइटम, रखैल जैसे शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है और यह आपत्तिजनक बयानबाजी नवरात्रि के दौरान हो रही है जो शर्मनाक है। वैसे इन बयानों को देने के बाद भी नेताओं पर ना तो कार्रवाई हुई और ना ही उन्हें कोई नोटिस भेजा गया है।
अब हाल ही में एक वेबसाइट से बातचीत में भोपाल के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय द्वारा कहा गया है कि रिपोर्ट केंद्रीय चुनाव आयोग को भेज दी गई है, जो भी कार्रवाई होगी, वहीं से होगी। अब अगर हम बयानों के बारे में बात करें तो बीते दिनों ही एक चुनावी सभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि, 'हमारे राजे (कांग्रेस प्रत्याशी) तो सीधे-सादे और सरल हैं। ये उसके जैसे नहीं हैं। मैं क्यों उसका नाम लूं। इतने में लोग बोले- इमरती देवी। इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं। आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था कि वह क्या आइटम है।'
वहीँ उसके बाद भाजपा सरकार में मंत्री बिसाहूलाल ने अनूपपुर से कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह कुंजाम की दूसरी पत्नी को रखैल बता दिया था। वहीँ इन दोनों से पहले भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ और दिग्विजय को एक सभा में चुन्नू-मुन्नू कहा था। उसके बाद एक कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय की तुलना रावण से कर दी थी। इन सभी के अलावा भी कई ऐसे विवादित बयान रहे हैं जो चर्चाओं में आए हैं।
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