अमृतसर: मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद कमलनाथ के नाम पर पंजाब में सियासी पारा गरमा गया है, शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस पर सिख विरोधी दंगों के साजिशकर्ताओं को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर कमलनाथ मुख्यमंत्री घोषित किए जाते हैं तो सिख समुदाय इसका करारा जवाब देगा. वहीं, विधानसभा में अकाली दल की तरफ से ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी पेश किया गया था, अब इस मुद्दे पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कमलनाथ के बचाव में उतरे हैं.
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अमरिंदर की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि, कमलनाथ 10 सालों तक केंद्र में मंत्री पद पर रहे हैं और नानावती कमीशन की रिपोर्ट में कमलनाथ के संदर्भ में मात्र जिक्र होने से इस केस में उनके शामिल होने के रूप में नहीं देखा जा सकता है.' अमरिंदर सिंह ने कहा है कि जहां तक कमलनाथ के खिलाफ आरोपों की बात है तो कानून अपना काम कर रहा था और नतीजा आप लोगों के सामने है.
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कमलनाथ के सीएम बनने पर अकाली दल द्वारा विरोध किया जा रहा है और इन्हीं आरोपों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सफाई दी है. बताया जा रहा है कि इस दौरान कैप्टन अमरिंदर ने अकाली दल के नेताओं के साथ कमलनाथ की तस्वीर भी दिखाई है. कैप्टन अमरिंदर ने ये भी कहा कि जब आप लोग मुलाकात कर सकते हैं, कांग्रेस नेता को गुलदस्ता भेंट कर सकते हैं तो मुख्यमंत्री बनने के बाद विरोध क्यों कर रहे हैं.
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