भोपाल: मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने 10 में से चार मांगें मान लिए जाने के बाद अपने सामूहिक इस्तीफे के फैसले को फिलहाल स्थगित कर दिया है। मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के 13 मेडिकल कॉलेज में कार्यरत चिकित्सा शिक्षकों ने कई दिनों से लंबित अपनी 10 सूत्रीय मांगों के निराकरण हेतु 17 सितंबर को आंदोलन किया था। इसके बाद एसोसिएशन ने अपनी मांगों के पूरा न किए जाने पर 30 सितंबर को सामूहिक इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
सीएम कमलनाथ ने शिक्षकों की मांगों को गंभीरता से लिया और मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की MLA सुनील उईके और कांग्रेस प्रवक्ता व कर्मचारी संगठनों में समन्वय की जिम्मेदारी निभाने वाले सैयद जाफर की मध्यस्थता में CM कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इस बैठक में मेडिकल शिक्षकों की चार मांगों को स्वीकार कर लिया गया।
सैयद जाफर के अनुसार, बैठक में चार मांगें मान ली गई हैं और विभाग की तरफ से चिकित्सा शिक्षकों को 'समूह बीमा योजना, अनुकंपा नियुक्ति, ग्रैच्युटी और एम.टी.ए. के अध्यक्ष और सचिव को स्वशासी संस्था की सामान्य परिषद में विशेष आमंत्रित सदस्य नामांकित करने' के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता जाफर ने जानकारी देते हुए बताया है कि आगामी दिनों में सीएम कमलनाथ 13 मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेंगे।
सपा सरकार के समय आज़म खान ने कानून को बना लिया था गुलाम- स्वामी प्रसाद मौर्य
अयोध्या केस: मुस्लिम पक्ष के वक़ील बोले- निर्मोही का मतलब मोह का आभाव, फिर भी जमीन के प्रति लगाव
करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए पाक ने पूर्व पीएम मनमोहन को भेजा आमंत्रण