भोपाल: राजस्थान कांग्रेस में जारी घमासान और मध्य प्रदेश कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया, MLA प्रद्युम्न लोधी व MLA सुमित्रा कासडेकर के पार्टी से किनारा करने के बाद से पूर्व सीएम कमलनाथ चिंतित नज़र आ रहे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह ही राजस्थान कांग्रेस से सचिन पायलट ने भी बगावत की, लेकिन उन्होंने अभी तक कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा। इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी विधायकों को शपथ दिलाई है कि वे किसी भी हालत में पार्टी नहीं छोड़ेंगे।
गौरतलब है कि कुछ दिनों बाद मध्य प्रदेश में उपचुनाव प्रस्तावित हैं। सत्ता खो चुके PCC प्रमुख कमलनाथ को पार्टी विधायकों से साथ छूटने की चिंता सता रही है। ऐसे में उन्होंने पार्टी विधायकों को हाथ ऊपर कर कांग्रेस में रहने की शपथ ग्रहण करवाई है। कहा कि 'वादा करो हमेशा कांग्रेस पार्टी में ही रहोगे।' सिंधिया खेमे के विधायकों के पाला बदलकर कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पहले बड़ा मलहरा से MLA प्रद्युम्न लोधी और फिर नेपानगर MLA सुमित्रा कासेडकर ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर ली थी।
इसलिए कांग्रेस में बैचनी बढ़ी हुई है। ऐसे में विधायक दल की बैठक में पूर्व सीएम कमलनाथ ने विधायकों को पार्टी में ही रहने की शपथ ग्रहण करवाते हुए कहा है कि अब कोई भी पार्टी से नहीं जाएगा। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार की वापसी के लिए पूरी शिद्दत से सारे विधायक जुटेंगे। सभी को कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में जी जान से काम करना होगा।
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