भोपाल: मध्य प्रदेश में सरकार गंवाने के बाद अब कांग्रेस ने विपक्ष में बैठने की कवायद आरंभ कर दी है. कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे पीसी शर्मा ने कमलनाथ को अब नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग बुलंद की है. इसके साथ ही पार्टी आलाकमान से कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने और उन्हीं के नेतृत्व में उपचुनाव लड़ने की पेश की है.
इस बीच मध्य प्रदेश के सीएम पद से इस्तीफे के बाद पहली दफा कमलनाथ ने दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है. उन्होंने सोनिया गांधी को राज्य की मौजूदा राजनैतिक परिस्थितियों से अवगत करवाया. कमलनथ ने बताया कि किस तरह राज्य में भाजपा ने प्रलोभन का खेल खेला, षड्यंत्र रच कर कांग्रेस की सरकार को गिराया. कमलनाथ ने सीएम रहते हुए अपनी सरकार के 15 महीनों में किए मुख्य कामों, जनहितैषी फैसलों से भी अवगत कराया और बताया कि हमारी सरकार की तरफ से निरंतर प्रदेश की तस्वीर बदलने का काम किया जा रहा था, इसी से बौखलाकर और भय से भाजपा ने राज्य में खेल खेला.
कमलनाथ ने सोनिया गांधी को बताया है कि पार्टी के विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाया गया. अपने ही लोगों ने इस खेल में भाजपा का साथ दिया. उन्होंने सोनिया गांधी को आश्वस्त किया कि राज्य में कांग्रेस एकजुट है, उनमें मायूसी का भाव नहीं है और वो भाजपा की हर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करेंगे.
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