नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार भूख हड़ताल पर थे लेकिन इसी दौरान उनकी तबियत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें अखिल भारत आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया। उल्लेखनीय है कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दी जाने वाली सजा के विरूद्ध अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के 5 विद्यार्थियों ने भूख हड़ताल समाप्त कर दी। मिली जानकारी के अनुसार देशद्र्रोह के मसले में गिरफ्तार और जमानत पर रिहा किए गए कन्हैया को लगभग बेहोशी की हालत में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। उसकी हालत बिगड़ने के बाद उसे एम्स के इमरजेंसी वार्ड में भेज दिया गया।
जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ द्वारा बयान दिया गया है। जिसके अनुसार कन्हैया का ब्लड प्रेशर लो हो गया। यही नहीं उनके शरीर में ग्लोकोज़ भी बेहद कम रह गया। उन्हें उल्टियां होने लगीं। ऐसे में चिकित्सकों ने उन्हें उपवास जारी न रखने की सलाह दी। दरअसल उनका उपवास जारी रहने पर उनमें आंतरिक रक्त स्त्राव की संभावना जताई गई थीं। फिलहाल उन्हें चिकित्सकीय उपचार दिया जा रहा है।
कन्हैया ने अपना उपवास तोड़ने से इन्कार कर दिया है जिसके कारण उन्हें सलाईन वाॅटर दिया गया। इसके बद उन्हें एम्स भेज दिया गया। अन्य प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों के शरीर में भी कीटोन का स्तर व रक्तचाप कम हो गया। ऐसे में इन विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है।