पटना: बिहार में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) का झंडा बुलंद करने वाले कन्हैया कुमार अब बहुत जल्द कांग्रेस का गुणगान करते हुए नज़र आने वाले हैं। कन्हैया कुमार के 28 सितंबर 2021 को कांग्रेस का 'हाथ' थामने की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। कहा जा रहा है कि गुजरात के अनुसूचित जाति के कद्दावर चेहरे जिग्नेश मेवाणी के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कन्हैया कुमार कांग्रेस का दामन थामेंगे।
इस बीच खबर आ रही है कि CPI के पटना दफ्तर अजय भवन के एक रूम में लगवाया गया AC कन्हैया कुमार निकालकर अपने साथ ले गए हैं। हालांकि, इस रूम में AC कन्हैया कुमार ने ही लगवाया था, जिसे वो दो माह पहले निकाल ले गए। CPI के प्रदेश सचिव रामनरेश पांडेय ने भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने एक स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि अजय भवन के कमरे में कन्हैया कुमार ने ही AC लगवाया था। ऐसे में वो अगर अब उसे निकाल ले गए हैं, तो कोई गलत बात नहीं है। दरअसल, फरवरी 2021 में JNU के पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ CPI ने निंदा प्रस्ताव पारित किया था। कन्हैया के खिलाफ ये कार्रवाई पटना दफ्तर में कार्यालय सचिव इंदुभूषण वर्मा के साथ मारपीट करने के बाद की गई। तब हैदराबाद में CPI नेशनल काउंसिल की मीटिंग चल रही थी। कन्हैया पर इल्जाम था कि 1 दिसंबर 2020 को वे पटना दफ्तर में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। वहां बेगूसराय जिला काउंसिल को लेकर मीटिंग होनी थी।
लेकिन किसी वजह से यह बैठक स्थगित कर दी गई और इसकी जानकारी कन्हैया को नहीं दी गई। इतनी-सी बात पर उनके समर्थकों ने प्रदेश कार्यालय सचिव इंदुभूषण वर्मा के साथ दुर्व्यवहार, धक्का-मुक्की और मारपीट की थी। इसके खिलाफ हैदराबाद की बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। CPI महासचिव डी राजा भी उस मीटिंग में मौजूद थे। यहीं से कन्हैया का CPI से मोहभंग हो गया और अब अटकलें हैं कि वे आज ही सोनिया एंड टीम में शामिल हो सकते हैं।
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