वाशिंगटन: एकाएक बढ़ती जा रही कोरोना वायरस की समस्या से आज के समय में हर कोई परेशान है वहीं इस वायरस के बढ़ते प्रकोप और महामारी की चपेट में आने से आज न जाने ऐसे कितने लोग है जिनकी जाने जा चुकी है, इतना ही नहीं इस वायरस की चपेट में आने कर रोज लाखों की तादाद में लोग संक्रमित हो रहे है, वहीं कोरोना वायरस से दुनियाभर में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण आज पूरा मानवीय पहलू तबाही की छोर पर आ खड़ा हुआ है. आज इस वायरस की चपेट में आने से 2 लाख 58 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. और अब भी इस बात को खुलकर नहीं कहा जा सकता है कि इस वायरस से कब तक निजात मिल पाएगा और हालात ने कब सुधार होगा.
मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका में अब यह बहस तेज हो गई है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति क्या चीन से हुई ? क्या यह वुहान में वायरोलॉजी लैब से निकला था ? क्या यह वुहान के बाजार से निकला ? क्या इस वायार के प्रसार का चीन असल गुनाहगार है ? राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर अमेरिका में यह मुद्दा अब राजीनतिक रंग पकड़ता जा रहा है.
जंहा इस बात का पता चला है कि मामले में पूरा अमेरिका दो खेमों में बंट गया है. इस क्रम में जब अमेरिका के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष मार्क मिले से यह सवाल किया गया तो वह कन्नी काट गए. उन्होंने साफ कहा कि 'हम नहीं जानते कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई.'
इटली ने किया दावा बन गई कोरोना वैक्सीन, शरीर में वायरस का खात्मा करेगा एंटीबॉडीज़!
खाड़ी देशों में कोरोना संक्रमित हो चुके हैं 10 हज़ार भारतीय, 84 लोगों की हो चुकी है मौत