बांदा: चुनाव में भाजपा व सपा की जीत को लेकर सौ रुपये के स्टांप पेपर में दो पड़ोसियों ने शर्त लगाई थी। जी हाँ और उनमें सपा के पक्षधर को सरकार न बन पाने में अपनी मोटर साइकिल दूसरे के नाम करानी पड़ी है। इस मामले को इस समय सुर्ख़ियों में देखा जा रहा है। मिली जानकारी के तहत यह मामला मटौंध क्षेत्र के ग्राम बसहरी का है जहाँ रहने वाला बिलेटा सैनी टेंपो चलाते हैं। वहीं उनके पड़ोसी अवधेश कुशवाहा इलेक्ट्रानिक और प्लास्टिक सामान की फेरी लगाते हैं। जी हाँ और दोनों ने बीती छह फरवरी को चुनाव में हार-जीत को लेकर शर्त लगा ली थी। आपको बता दें कि बिलेटा ने भाजपा तो अवधेश ने सपा के जीतने की बात कही थी।
वहीं सात फरवरी को दोनों ने सौ रुपये के स्टांप पेपर पर इसकी लिखा-पढ़ी भी कराई थी, जिसमें छह गवाहों के हस्ताक्षर थे। इस शर्त के तहत लिखा गया कि भाजपा सरकार बनी तो अवधेश अपनी मोटरसाइकिल बिलेटा को देगा। वहीं अगर सपा सरकार बनती है तो बिलेटा अपनी टेंपो अवधेश को दे देगा। जी हाँ और दोनों वाहनों के बकायदा स्टांप पेपर में नंबर भी अंकित किए गए थे। वहीं स्टांप पर लिखा-पढ़ी होने के बाद दोनों ने वाहन गांव के दूसरे व्यक्ति के घर में खड़ा करा दिए थे। बीते गुरुवार को मतगणना में चुनाव का परिणाम सामने आया तो अवधेश सपा शर्त हार गया।
वहीं उसके बाद शुक्रवार को उसने मोटरसाइकिल बिलेटा के नाम कर दी है और उसने कहा उसे शर्त हारने का कोई गम नहीं है। वहीं दूसरी तरफ बिलेटा शर्त जीतने के बाद बेहद खुश है। वहीं ग्रामीणों के मुताबिक, बिलेटा शर्त लगाने के बाद पछताया भी था। वहीं इस मामले में अवधेश ने बताया कि बिलेटा की टेंपो से ही उसके घर का खर्च चलता है, इसलिए उसने शर्त वापस लेने की बात कही थी। हालाँकि बात कई लोगों के बीच तय हुई थी, इसलिए शर्त तोड़ी नहीं गई।
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