नई दिल्ली। विधायक और दिल्ली राज्य के कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा द्वारा पूर्व सहयोगियों पर हमला किया जा रहा है। अब उन्होंने कहा है कि यदि मैं भ्रष्टाचार की बात सामने लाता हूं तो आप के नेता मुझे भाजपा का एजेंट बताते हैं। जबकि राज्य में घोटाले बड़े पैमाने पर हुए। संजय सिंह और आशुतोष को जिस प्रोजेक्ट के लिए रूस भेजा गया बाद में वह बंद कर दिया गया। आखिर इस तरह से धनराशि क्यों खर्च की गई। दिल्ली में जब हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन किए जाने की बात कही गई थी तो इसके लिए आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और आशुतोष को रूस जाना था।
इस विदेश यात्रा का व्यय आखिर किसने किया था। यह खर्चा उसी ने किया था जो इस मामले में हुए कथित घोटाले में शामिल था। उन्होंने कहा कि शीतल सिंह ही दोनों को विदेश लेकर गए थे। इतना ही नहीं कपिल मिश्रा ने कहा कि वे योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण का आह्वान करते हैं कि वे सीएम केजरीवाल और उनकी पार्टी के भ्रष्टाचार के विरूद्ध उनके साथ आऐं। उन्होंने कहा कि मोबाईल नंबर 7863037300 पर कोई भी आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार की बात सामने लाने का प्रयास कर सकता है।
इस मामले में कपिल मिश्रा ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण से माफी मांगी। कपिल मिश्रा ने संवाददाता सम्मेलन को लेकर कहा कि संजय सिंह और आशुतोष को शीतल सिंह रूस ले गए थे। इतना ही नहीं आखिर सीएम अरविंद केजरीवाल को यह जानकारी है कि शीतल सिंह हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन का कारोबार करते हैं। इतना ही नहीं दिल्ली में 400 करोड़ रूपए का हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट घोटाला हुआ ऐसे में उनकी सरकार ने एक कमेटी बना दी और फिर इस कमेटी के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया करने वाली कंपनी रोजमाटा को प्रतिबंधित कर दिया गया।
अब सवाल उठ रहे हैं कि यह प्रोजेक्ट फैल क्यों हो गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 5 लोगों की विदेश यात्रा पर खामोश हैं। उनका कहना था कि मैं अरविंद केजरीवाल का अंधभक्त बन गया इसलिए मैं माफी मांगना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि दरअसल मैंने प्रशांत भूषण व योगेंद्र यादव को लेकर जो अमर्यादित शब्द कहे उसके लिए मैं माफी मांगना चाहता हूं।
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