नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर शुरू होने में केवल एक दिन शेष है। इसी बीच वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के इस कार्यक्रम में शामिल होने पर संशय बना हुआ है। खबर है कि सिब्बल ने अभी तक शिविर में जाने की पुष्टि नहीं की है। खास बात है कि काफी समय से पार्टी के नेतृत्व में बदलाव की मांग कर रहे सिब्बल ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के 400 लोगों की फेहरिस्त में शामिल हैं, जिन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने अपनी भागीदारी को लेकर कोई जवाब नहीं दिया है। साथ ही रिपोर्ट में AICC पदाधिकारी के हवाले से भी बताया गया है कि सिब्बल की ओर से पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, सिब्बल खुद को हमेशा 'प्रतिबद्ध कांग्रेसी' के तौर पर पेश करते हैं। कांग्रेस को दोबारा जीवित करने के लिए वह हमेशा नेतृत्व में परिवर्तन और कामों में सुधार का समर्थन करते रहे हैं।
बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय ने राजद्रोह कानून (Sedition Law) पर रोक लगा दी है। अब अदालत में इस कानून को लेकर जंग में भी कपिल सिब्बल मजबूत किरदार निभा रहे हैं। एक तरफ जहां राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है। वहीं, वे सिब्बल की भूमिका पर मौन रहे। खास बात है कभी AICC अपनी आधिकारिक ब्रीफिंग्स में लॉयर को खासतौर पर बताती थी।
अखिलेश से नाराज़ आज़म खान के समर्थन में उतरीं मायावती, बोलीं- मुस्लिमों को टारगेट कर रही भाजपा
लाउडस्पीकर विवाद के बीच नई चर्चा ने दिया जन्म, अब CM नीतीश के मंत्री ने उठाई ये मांग