अभिनेत्री करीना कपूर ने मंगलवार को बेटे को जन्म दिया। सैफीना के इस बेटे का नाम तैमूर अली खान पटौदी रखा गया है। यह जानकर आपको हैरानी होगी की सैफ और करीना के नन्हें बेटे का नाम उज्बेकिस्तान के तानाशाही और खूंखार लुटेरे तैमूरलंग की याद दिलाता है। तैमूरलंग क्रूर और अत्याचारी था।
इस खूंखार और अत्याचारी का जन्म 1336 में उज्बेकिस्तान के शाहरिसब्ज शहर में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। बताते है कि उस समय उज्बेकिस्तान सोवियत यूनियन का हिस्सा था। वहां तानाशाही शासन की वजह से देश के हालात अच्छे नहीं थे। यही वजह थी कि लोगों की माली हालात थे। तैमूर के परिवार की भी अच्छी स्थिति नहीं थी। यही कारण है कि तैमूर ने बचपन से ही छोटी-मोटी चोरियां शुरू कर दी थीं। इसके बाद उसने अपने गैंग बना ली। इस तरह वह खूंखार लुटेरा बन गया।
उसने 1380 में पहली बार इराक की राजधानी बगदाद पर हमला बोला था, जहां हजारों लोगों का कत्ल कर उनकी खोपड़ियों के ढेर लगा दिए थे। इस नरसंहार के बाद से उसकी बेरहमी के चर्चे पूरी दुनिया में कुख्यात हो गए। उसने भारत के दिल्ली और कश्मीर में भी जमकर लूटपाट की थी। महज 15 दिन में ही उसने दिल्ली में लाशों के ढेर लगा दिए थे।
इस कुख्यात तानाशाही की मौत 1405 में बीमारी के चलते हुई। उस वक्त वह चीन पर हमला करने जा रहा था।
लंगड़ा कहकर उड़ता था मजाक
क्रूर तैमूर ने लूटपाट के दौरान जवानी में ही अपने दाएं हाथ की उंगलियां गंवा दी थी। इस वजह से वह सिर्फ एक हाथ से ही भारी-भरकम तलवार से लड़ता था। एक जंग के दौरान उसका दाहिना पैर भी ख़राब हो गया था। यही कारण था कि 14वीं शताब्दी में तैमूर के दुश्मन माने जाने वाले तुर्की, बगदाद और सीरिया के शासक उसे ‘लंगड़ा’ बुलाते थे।
इतिहासकार एडवर्ड ने की तारीफ
इतिहासकार एडवर्ड गिब्बन ने तैमूरलंग की उस समय जमकर तारीफ की थी। एडवर्ड 18वीं शताब्दी के इतिहासकार थे। एडवर्ड का मानना था कि तैमूरलंग की बहादुरी व जंग की काबिलियत को कभी स्वीकार नहीं किया गया। इस इतिहासकार के मुताबिक, तैमूर ने जिन-जिन देशों पर जीत हासिल की। वहां के शासकों ने उसके बारे में हमेशा झूठी कहानिया प्रचारित करवाईं।