नई दिल्ली। कल हम कारगिल विजय दिवस मनाने जा रहे हैं। 19 साल पहले यह युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना ने विपरीत परिस्थितियेां में भी अपने शौर्य का परिचय देते हुए विजय हासिल की थी। आज हम आपको केवल 12 प्वाइंट में इस युद्ध के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं—
कारगिल युद्ध: जब इजराइल ने की थी भारत की मदद
युद्ध की मुख्य बातें
— कारगिल युद्ध में भारत को मिली जीत के उपलक्ष्य मे कारगिल विजय
दिवस मनाया जाता है।
— 3 मई 1999 को शुरू हुआ यह युद्ध 60 दिनों तक चला था।
— पाकिस्तान का कहना है कि कारगिल में भारतीय सैनिकों पर हमला पाक सेना ने नहीं, बल्कि इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों ने किया था।
— कारगिल युद्ध के दौरान 5000 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति टाइगर हिल को जीतना भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी।
— पाकिस्तानी सेना ने सभी ऊंची चोटियों पर अपना कब्जा कर लिया था। भारतीय सैनिक नीचे थे, लेकिन अपनी बहादुरी से उन्होंने इन चोटियों को वापस अपने कब्जे में ले लिया।
— माना जाता है कि पाकिस्तान के तत्कालीन सेनाध्यक्ष रहे परवेज मुशर्रफ ने पाक की ओर से इस युद्ध की स्क्रिप्ट लिखी थी।
— आंकड़ों की मानें, तो इस युद्ध में 600 से कम भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि हमारे जवानों ने 1000 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिरया था।
— इस युद्ध में दोनों तरफ से करीब 7000 सैनिक घायल हुए थे।
— कहा जाता है कि पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ भी इस युद्ध से अनजान थे और यह मुशर्रफ की तख्तापलट की कोशिशों की शुरुआत थी।
— ऐसा कहा जाता है कि भारतीय सेना को यह पता ही नहीं था कि पाकिस्तानी सेना सीमा पार से घुस आई है। उन्हें इसकी जानकारी एक स्थानीय व्यक्ति ने दी, जिसने सेना को बताया कि घाटियों पर पाकिस्तानी सैनिक देखे गए हैं।
— पाकिस्तानियों को भारतीय सेना के एक्शन की कोई भी जानकारी न मिल सके, इसलिए सेना ने इस युद्ध के दौरान मलयाली भाषा में ही जानकारी का आदान—प्रदान किया।
— भारतीय सेना ने पाकिस्तानी बेश कैंप को उड़ाने की पूरी तैयारी कर ली थी, तभी भारतीय सरकार ने आगे बढ़ने से रोक दिया और कहा कि पाकिस्तान ने अपनी हार स्वीकार कर ली है।
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