बेंगलुरू: 11 कांग्रेस-जेडीएस विधायकों द्वारा इस्तीफा देने के बाद एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में कर्नाटक की गठबंधन सरकार के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. सूत्रों के अनुसार बागी तेवर अपनाने वाले अधिकतर कांग्रेसी विधायक पूर्व सीएम सिद्धारमैया के करीबी हैं. इन कारणों से कयास लगाए जा रहे हैं कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे कहीं कांग्रेस का हाथ तो नहीं है?
सिद्धारमैया कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और कर्नाटक कांग्रेस के सबसे सशक्त नेता माने जाते हैं. इससे पहले भी गठबंधन सरकार के सामने राजनीतिक अस्थिरता आती रही है तो जेडीएस उसके पीछे परोक्ष रूप से सिद्धारमैया को जिम्मेदार बताते रहे हैं. इस बीच जेडीएस सत्ता को बचाने का पूरा प्रयासों में लगी है. सूत्रों के अनुसार, कहा जा रहा है कि इस कवायद में यदि सीएम का पद जेडीएस के हाथों से निकलकर कांग्रेस के पास चला जाए तो इस फॉर्मूले पर भी जेडीएस नेता सहमती जता सकते हैं.
इस संदर्भ में ही जेडीएस के बड़े नेता और चामुंडेश्वरी विधानसभा सीट से विधायक जीटी देवगौड़ा ने कहा है कि, 'सिद्धारमैया को सीएम बनाने पर हमें कोई आपत्ति नहीं' है. उन्होंने कहा है कि इस सिलसिले में जेडीएस-कांग्रेस की समन्वय समिति का फैसला स्वीकार होगा. देवगौड़ा ने ये भी कहा कि अगर पार्टी ने कहा तो वह अपनी सीट से इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हैं.
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