बेंगलुरू: कर्नाटक सरकार ने शुक्रवार को फैसला किया कि बॉलीवुड अदाकारा सनी लियोनी को यहां और राज्य में कहीं भी नर्व वर्ष (New year 2018) की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. कन्नड़ संगठनों के विरोध के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है. कर्नाटक रक्षा वेदिके और कुछ अन्य संगठन 31 दिसंबर के प्रस्तावित कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं. उनका आरोप है कि सनी लियोनी को आमंत्रित करना शहर की संस्कृति पर हमला होगा. पिछले एक हफ्ते से कर्नाटक रक्षा वेदिके (केआरवी) के सदस्य शहर में प्रदर्शन कर रहे हैं, रैलियां निकाल रहे हैं और सनी लियोनी के पुतले फूंक रहे हैं.
सरकार के इस फैसले के बाद रक्षा वेदिके संगठन ने विरोध ख़त्म करने का निर्णय लिया है. फिल्में और फिल्मी सितारे हमेशा विभिन्न संगठनों के निशाने पर आते रहे हैं. अभी हाल ही में फिल्म पद्मावती को लेकर देश भर में जमकर विवाद हुआ था. विरोध करने वालों का कहना था कि फिल्म के जरिए रानी पद्मावती का गलत चित्रण कर इतिहास से छेड़छाड़ की जा रही है. इस दौरान दीपिका पादुकोण का नाक काटने तक की धमकी दी गई , जिसके बाद फिल्म के निर्माताओं को रिलीज़ डेट अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करनी पड़ी.
इस मामले में कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंग रेड्डी ने बताया कि, ‘‘मैंने ऐसे कार्यक्रम की इजाजत नहीं देने का निर्देश दिया है (अधिकारियों को). उन्हें (सनी को) यहां मत लाइए. लोग कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं. उन्हें (आयोजकों को) कन्नड़ संस्कृति और साहित्य से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने दीजिए, जो हमारी धरोहर हैं.’’ केआरवी पदाधिकारी हरीश ने सरकार के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए एक जीत है. सरकार ने कार्यक्रम रद्द कर दिया.’’
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