कोच्ची: केरल में निपाह वायरस का कहर देख कर्नाटक में दहशत बढ़ने लगी है. ऐसे में कर्नाटक ने 7 सितंबर को निपाह वायरस (Nipah Virus) के संक्रमण को रोकने के लिए एक एडवाइजरी नोट भी जारी किया है. इसमें जिला प्रशासन को बुखार, परिवर्तित मानसिक स्थिति, गंभीर कमजोरी, सिरदर्द, सांस की समस्या, खांसी, उल्टी, मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और दस्त जैसे लक्षणों के साथ केरल से आने वालों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं.
इसके साथ ही, यह अधिकारियों को इस बारे में जन जागरूकता फैलाने और निपाह के कहर का जल्द पता लगाने के लिए एन्सेफलाइटिस मामलों के समूहों की शिनाख्त करने के लिए एक व्यवस्थित निगरानी प्रणाली विकसित करने की सलाह देता है. दरअसल, निपाह वायरस से संक्रमित होने से केरल के कोझिकोड में 12 वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई थी. बच्चे के संपर्क में आने वाले अब तक 251 लोगों की शिनाख्त की जा चुकी है, जिनमें से 11 लोगों में संक्रमण के लक्षण नज़र आए हैं.
बताया जा रहा कि बच्चे के घर के आसपास लगभग 3 किमी के इलाके को सील कर दिया गया है. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है, टेस्टिंग की जा रही है. बता दें कि निपाह वायरस कोई नया वायरस नहीं है, मगर, कोरोना की तरह इसकी भी कोई दवा नहीं है. कोरोना की तो वैक्सीन बन चुकी है, लेकिन निपाह वायरस के लिए वैक्सीन भी नहीं बन पाई है. ऐसे में लोगों में इसे लेकर अधिक खौफ बना हुआ है.
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