बंगलुरु: कर्नाटक का सियासी नाटक का अभी पटाक्षेप नहीं हुआ है. शनिवार को भी यह ड्रामा जारी रहा, क्योंकि कांग्रेस के चार विधायक जो शुक्रवार को हुई विधायक दल की बैठक (सीएलपी) से गायब थे, उनका भाजपा में जाना लगभग तय माना जा रहा है. कांग्रेस अपने विधायकों- रमेश जरकीहोली और महेश कुमारटल्ली के विरुद्ध दल-बदल कानून के तहत कारण बताओ नोटिस जारी करेगी. जिससे कि यह चुने गए विधायक अयोग्य करार दिए जाएंगे.
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कांग्रेस सूत्रों ने कहा है कि ऐसे परिस्थिजन्य सबूत मिले हैं जिससे यह सिद्ध होता है कि, दोनों विधायक पार्टी के आदेश को खारिज करते हुए बैठक में शामिल नहीं हुए थे. वहीं बैठक से नदारद रहे दूसरे विधायक- उमेश जाधव और बी नागेंद्र पर पार्टी फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं करेगी. हालांकि जाधव अब भी भाजपा में जा सकते हैं क्योंकि भगवा पार्टी ने उनकी पहचान कलबुर्गी सीट से लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर की है, उन्हें कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के विरुद्ध मैदान में उतारा जाएगा.
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जाधव ने तकीनीकी आधार पर सीएलपी बैठक में उपस्थित न होने पाने में अपनी असमर्थता जताई थी. सियासी ड्रामे का अंत होता न दिखाई देने पर डीके शिवकुमार ने कहा है कि, वे पार्टी के हित में खुद और अन्य वरिष्ठ नेता गठबंधन सरकार में मंत्री पद से त्यागपत्र देने को तैयार हैं. उन्होंने कहा है कि, कांग्रेस ने इस विकल्प को लेकर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की है, ताकि इससे बागियों की नाराजगी का समाधान किया जा सके. इसी बीच भाजपा के तमाम विधायक एक हफ्ते गुरुग्राम के पांच सितारा होटल में बिताने के बाद वापस कर्नाटक पहुंच गए हैं, येदियुरप्पा ने उन्हें सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के निर्देश दिए हैं.
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