बेंगलूरु: राज्य के 50 परसेंट से अधिक कोरोना के मरीज बेंगलूरु में पाए गए हैं. मई और जुलाई के दौरन संक्रमितों की संख्या में 600 गुना वृद्धि हुई है. 1 से बीस जुलाई तक राज्य में कोरोना के 52,176 नए केस सामने आए हैं. इनमें से 28,674 केस सिर्फ बेंगलूरु शहर में ही मिले है. इसी अवधि में राज्य में कुल 1,162 संक्रमितों की जान चली गई है. हालांकि आंकड़े बढऩे के पीछे कई वजह हैं और किसी एक को इसके लिए जवाबदेह नहीं ठहराया जा सकता लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ फेस मास्क व शारीरिक दूरी नियमों को तोड़ने का एक बड़ी वजह मान रही हैं.
वहीं, राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेस के कुलपति और कोरोना क्लिनिकल विशेष समिति के प्रमुख डॉ. एस. सचिदानंद के मुताबिक लोग फेस मास्क व शारीरिक दूरी नियमों का सख्ती से पालन नहीं कर रहे है. इसके साथ ही हाथों की सफ़ाई पर भी लोगों का खासा ध्यान नहीं है.
बता दें की कोरोना टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. सीएन मंजूनाथ भी मानते हैं कि फेस मास्क, शारीरिक दूरी व हाथों की सफाई कोरोनों के विरुद्ध जंग में प्रमुख औज़ार हैं. लोगों को केस की गंभीरता को समझना चाहिए और इसमें सरकार का साथ दें. शहरों में बेहद ज्यादा जनसं या घनत्व भी कोरोना मरीज़ों की बढऩे की वजह है.
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