इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा के ऐतिहासिक सिख धर्मस्थल की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों की तादाद सीमित करने की बात कही है. भारत ने दोनों देशों के अधिकारियों की मीटिंग के दौरान रोजाना 5000 श्रद्धालुओं को बगैर वीजा के पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में प्रवेश देने की मांग की थी. पाकिस्तान ने कहा है कि वह एक दिन में केवल 500-700 तीर्थयात्रियों को मंजूरी देगा.
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कॉरिडोर में वीज़ा फ्री एंट्री हो विशेष परमिट के बगैर संभव नहीं है. पाकिस्तान ने कहा है कि श्रद्धालुओं को 15-15 के दल में ही जाना होगा. पैदल दर्शन की इजाजत नहीं होगी. पाकिस्तान ने इस गलियारे के लिए सिर्फ 2 साल के लिए एमओयू करने को तैयार हुआ है. पाकिस्तान करतारपुर गलियारे के बहाने खालिस्तानी आतंकवाद भड़काने का षड़यंत्र रच रहा है. पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख राशिद ने विवादस्पद बयान दिया है.
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वहीं शेख ने करतारपुर का नाम ख़ालिस्तान स्टेशन रखने की मांग उठाई है. मलिक ने यहां एक बयान जारी करते हुए कहा है कि, ‘पाकिस्तान अब प्रस्तावित गलियारा सुविधा पर कई बंदिशें लगाने की कोशिश कर रहा है, जिनमें तीर्थयात्रियों की तादाद सीमित कर रोजाना 500 करना, श्रद्धालुओं को पैदल यात्रा नहीं करने देना, विशेष परमिट जारी करना आदि शामिल हैं.’
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