नई दिल्ली : कहते हैं कानून के हाथ बहुत लम्बे होते हैं , जिनसे कोई नहीं बच सकता. इसका प्रमाण तब मिला जब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया धनशोधन मामले की जांच के मामले में आज प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए . बता दें कि इसके पहले उन्होंने दो बार अपने प्रतिनिधि को बातचीत के लिए भेजा था.ईडी ने कार्ति को जांच अधिकारी (आईओ) के समक्ष पेश होने का समन भेजा था.
उल्लेखनीय है कि ईडी कार्ति से सीधे प्रश्न पूछना चाहती है. इसलिए उन्हें समन भेजा. जांच एजेंसी ने गत वर्ष मई में उनके और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था. सीबीआई की शिकायत के नामजद आरोपियों के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज की थी. आपको जानकारी दे दें कि प्रवर्तन निदेशालय की ईसीआईआर पुलिस की प्राथमिकी के समकक्ष होती है.ईडी कीइस ईसीआईआर में कार्ति आईएनएक्स मीडिया और इसके निदेशकों पीटर तथा इंद्राणी मुखर्जी के नाम भी शामिल है.
कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने कर संबंधी जांच से बचने के लिए पीटर तथा इंद्राणी मुखर्जी के स्वामित्व वाली एक मीडिया कंपनी से कथित तौर पर राशि ली थी.जबकि कार्ति और उनके पिता पी चिदंबरम ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से इंकार किया है.
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