नईदिल्ली। एयरसेल मैक्सिस और कुछ अन्य कंपनियों में विदेशी निवेश के मामले में अपने उपर लगे आरोपों को लेकर, पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम सर्वोच्च न्यायालय में पेश हुए। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में जवाब देते हुए कहा कि, उनके पास केवल एक संपत्ती और दो बैंक अकाउंट हैं। कार्ति चिदंबरम ने अपने पिता के बयान का समर्थन किया और कहा कि, यदि कोई और संपत्ती मिलती है तो सरकार इसे अपने अधिग्रहण में ले सकती है।
दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट को यह बात बताते हुए कार्ति ने यूके जाने की इजाजत भी मांगी है। कार्ति ने कहा कि, वह अपनी बेटी के एडमिशन के लिए 19 अक्टूबर से 13 नवंबर तक के लिए यूके जाना चाहते हैं। हालांकि सीबीआई की ओर से न्यायालय में पहुंचे एडिशनल सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि, कार्ति चिदंबरम के पास विदेश में कई अकाउंट मौजूद हैं ये ऐसे अकाउंट व संपत्तियां हैं, जिन्हें लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
मगर अब कार्ति चिदंबरम ने इस मामले में हलफनामा दायर किया है। उन्होंने कहा कि, उनके अकाउंट में रूपए उनकी पत्नी ने ही जमा किए थे। गौरतलब है कि, आईएनएक्स मीडिया में हुए विदेशी निवेश के लिए मिले एफआईपीबी अप्रूवल में कथित गड़बड़ी पाई गई थी, इसके लिए कार्ति से पूछताछ चल रही है।
विदेशी बैंक खातों को बंद करने की फिराक में थे कार्ति चिदंबरम
कार्ति चिदंबरम नहीं जा सकेंगे देश से बाहर, लुक आउट नोटिस पर अगले हफ्ते होगा फैसला
विदेशी बैंक खातों को बंद करने की फिराक में थे कार्ति चिदंबरम