इस वर्ष कार्तिक का महीना 10 अक्टूबर 2022 से शुरू हो रहा है। जी हाँ और हिंदू धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व माना जाता है। जी दरअसल इसको पवित्र महीना कहते है और ऐसी मान्यता है कि इस माह में सूर्योदय से पूर्व स्नान करना और दान देना अत्यंत शुभ माना गया है। जी दरअसल इस दौरान दीप दान का भी विशेष महत्व होता है। दीप दान करने वाले को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इसके अलावा कार्तिक मास के कुछ नियम भी बताए गए हैं। जी दरअसल इस दौरान कुछ कार्यों की मनाही होती है। आज हम आपको उसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
* कहा जाता है भगवान कृष्ण के कई भक्त एक महीने में अपनी पसंद की किसी चीज का त्याग करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी को दूध पसंद है, तो वह एक महीने के लिए दूध और उसके उत्पादों को छोड़ देता है। इस त्याग से भगवान प्रसन्न होते हैं।
* कार्तिक मास में शहद, तिल, तिल का तेल, हींग, बैंगन, राजमा, उड़द की दाल (कोई भी खिचड़ी), करेला, तले हुए खाद्य पदार्थ जैसे समोसा और पकोड़े आदि का सेवन वर्जित है।
* इस पवित्र महीने में मांस और नशीले पदार्थों का सेवन न करें। जी हाँ और अगर आप कार्तिक मास के दौरान इसका पालन करते हैं तो भगवान श्री कृष्ण और राधारानी बहुत प्रसन्न होंगे।।
* जो लोग चाय और कॉफी का सेवन करते हैं वे भी कम से कम इस महीने इसे बंद कर सकते हैं। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर हर्बल चाय का सेवन कर सकते हैं।
* कार्तिक मास के दौरान सादा भोजन करें, जो बिना प्याज और लहसुन से बना हो। जी हाँ और घर का बना भोजन करें, बाहर खाने न जाएं। जहां तक संभव हो भोजन का निश्चित समय तय करें और रोज उसी समय ग्रहण करें।
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