हर साल अपने पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं जो सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे में इस बार यह पर्व 17 अक्टूबर को पड़ रहा है और महिलाएं इस पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं और उसके बाद शाम को पूजा-पाठ करने के बाद, चंद्रमा के दर्शन और पति के दर्शन करने के बाद ही व्रत तोड़ती हैं। आपको बता दें कि पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि में बेहद लोकप्रिय यह व्रत समय के साथ अब पूरे देश में खूब तैयारियों के साथ मनाया जाता है। वहीं पति और पत्नी के बीच प्रेम के रिश्ते को मजबूती देने वाले इस व्रत के दिन महिलाएं साज-श्रृंगार भी करती हैं लेकिन आजकल पति भी अपनी पत्नी के लिए उपवास रखते हैं। तो आईए आज जानते हैं करवा चौथ की पूजा से जुड़ा क्या है इस बार शुभ मुहूर्त और चंद्रमा दर्शन का समय.
करवा चौथ कब आता है- हिंदू मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है। कहते हैं इस दिन माता पार्वती और भगवान शंकर की पूजा का विशेष महत्व है और महिलाएं इस पूरे दिन उपवास रखती हैं और शाम को एक साथ इकट्ठा होकर पूजा-पाठ करती हैं और कथा सुनती हैं। वहीं उसके बाद अंधेरा होने पर चंद्रमा के आगमन का इंतजार किया जाता है और चंद्रमा के उदय होने के बाद उन्हें अर्ध्य दिया जाता है और फिर उनके दर्शन के बाद ही पानी पीकर व्रत तोड़ने का विधान है.
करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त और चंद्र उदय का समय - देखिए कुछ प्रमुख शहरों में करवा चौथ पूजा के शुभ मुहूर्त और चंद्र उदय के समय के बारे में.
शहर पूजा का शुभ मुहूर्त (शाम का समय) चंद्र उदय का समय -
मुंबई 06.10 से 07.25 बजे तक 08.54 PM
लखनऊ 05.32 से 06.48 बजे तक 08.08 PM
दिल्ली 05.46 से 07.02 बजे तक 08.20 PM
कोलकाता 05.06 से 06.21 बजे तक 07.45 PM
जयपुर 05.53 से 09.09 बजे तक 08.29 PM
बेंगलुरु 05.56 से 07.10 बजे तक 08.44 PM
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