काशगंज: गणतंत्र दिवस पर जहां सारा हिन्दुस्तान तीन रंगो में रंगा हुआ भी एक था, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के काशगंज जिले में कुछ लोग खून की होली खेल रहे थे. शुक्रवार जब विश्व हिन्दू परिषद् और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् अपनी तिरंगा यात्रा लेकर और वंदे मातरम् का सिंहनाद करते हुए जा रहे थे, तभी उनकी बडडू नगर इलाके में मुस्लिम समाज के लोगों से भिड़ंत हुई. जिसमे फायरिंग के दौरान एक युवक चन्दन की मौत भी हो गई और दो अन्य घायल हो गए.
सूत्रों द्वारा पता चला है कि, बाइक पर तिरंगा यात्रा लेकर निकले युवा हिन्दू कार्यकर्ताओं पर बडडू नगर क्षेत्र में किसी अज्ञात शख्स ने पथराव कर दिया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई और ऐसी भड़की की गोलियां तक चलने लगी. पथराव ज्यादा बढ़ जाने पर जुलुस निकल रहे कार्यकर्ता अपने वाहन वहीं छोड़ कर भाग गए. किन्तु क्षेत्र की आक्रोशित भीड़ ने सड़क पर पड़े कई वाहनों में तोड़ फोड़ कर आग लगा दी.
चन्दन की हत्या की खबर मिलने के बाद हिन्दू दल के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और उन्होंने थाने का घेराव कर लिया, और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. शहर में कुछ दूसरी जगह भी इस मुद्दे को लेकर पत्थरबाज़ी हुई. आपको बता दें कि, पुलिस थाना घटना स्थल से मात्र 100 कदम की दुरी पर है और पुलिस पर देरी से आने के आरोप लगे है. फिलहाल हालत काबू में है, शहर में काफी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
सीएम योगी ने सभी लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है, और मृतक के परिवार वालों को हरसंभव मदद देने का फैसला किया है. किन्तु सवाल यह है की क्या कुछ हज़ारों का मुआवज़ा देने से चन्दन की भरपाई हो जाएगी, और क्या 100 कदम की दुरी पर स्थित पुलिस थाने वालों की कोई जिम्मेदारी नहीं.
मौलिक अधिकार भी महत्वपूर्ण हैं - न्यायमूर्ति इंदिरा
देश के विदेशी पूंजी भंडार में हुआ इज़ाफ़ा
आतंकवाद पाकिस्तान के डीएनए में है-फरीद जकारिया