शोपियां : शुक्रवार रात दक्षिण कश्मीर के शोपियां में कश्मीरी पंडितों की हत्या की साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया. इस दौरान हुई मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी शहीद व एक अन्य घायल हो गया. मिली जानकारी के अनुसार शोपियां से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित जाननगरी गांव में कश्मीरी पंडितों के तीन से चार परिवार ही रहते हैं. रात करीब नौ बजे स्वचालित हथियारों से लैस आतंकी जामनगरी गांव में हत्या करने के इरादे से दाखिल हुए थे.
आतंकी जैसे ही कश्मीरी पंडितों के मकानों की तरफ बढ़े इससे पहले ही वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें ललकारा. इस पर आतंकियों ने फायर कर दिया. जवाब में पुलिसकर्मियों ने भी गोली चलाई. करीब 25 मिनट तक मुठभेड़ चली जिसमें कांस्टेबल जहूर अहमद और कांस्टेबल पूर्ण कृष्ण कौल के अलावा पूर्ण कृष्ण कौल नामक एक कश्मीरी पंडित भी घायल हो गया.
गोलियों की आवाज सुनकर निकटवर्ती शिविरों से सुरक्षाबल भी मौके पर आ गया. खुद को चारों तरफ से घिरते देख आतंकी वहां से भाग निकले, जबकि उधर पुलिस का कहना है कि आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों पर नहीं बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए स्थापित पुलिस चौकी पर हथियार लूटने के इरादे से हमला किया था.
मुठभेड़ के घायलो को तुरंत सेना के 92 बेस अस्पताल में दाखिल कराया गया. जहूर की टांग और पूर्ण कृष्ण की जांघ में गोली लगी है. घायल नजीर अहमद ने दम तोड़ दिया. सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की धरपकड़ के लिए सघन तलाशी अभियान छेड़ दिया है.
बता दें कि बीते 13 सालों में यह दूसरा मौका है जब आतंकियों ने किसी कश्मीरी पंडितों के मोहल्ले में दाखिल होकर उन पर हमले का प्रयास किया है। इससे पहले मार्च 2003 में लश्कर के आतंकियों ने नाडीमर्ग गांव में 24 कश्मीरी पंडितों को मौत के घाट उतारा था.