पटना: बिहार NDA को लेकर उथल पुथल जारी है .सीट शेयरिंग के बीच असमंजस के बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा है कि उनकी पार्टी बड़े भाई के रूप में चुनाव लड़ेगी. अभी 8 जुलाई को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक है. वही बीजेपी के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह के अगले सप्ताह बिहार दौरे पर जा रहे है. ऐसे में त्यागी का ये बयान काफी महत्वपूर्ण हो गया है .
जेडीयू की ओर से साफ कहा जा चूका है कि 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी को 22 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है.
जेडीयू नेता श्याम रजक ने भी कहा कि नीतीश कुमार बिहार में एनडीए गठबंधन के मुख्य चेहरे के रूप में चुनाव लड़ेंगे. जेडीयू बिहार में बड़ा भाई है और नीतीश कुमार का काम भी बड़ा है. अगर बीजेपी अपने अच्छे काम का प्रचार-प्रसार करती है, तो यह पार्टी के लिए अच्छा परिणाम देगा.
वही बीजेपी ने 40 लोकसभा सीटों में से नीतीश कुमार की पार्टी को महज 9 सीट देने कि मंशा जाहिर की है. एक वरिष्ठ जेडीयू नेता ने कहा कि बीजेपी ने 2014 के लोकसभा में भारी जीत हासिल की थी, लेकिन इन सीटों पर बड़ी संख्या में विपक्षी दलों ने जीत हासिल की थी, इसलिए 2019 में यहां से जीतने की जेडीयू की संभावना कम हो जाएगी. इससे पहले जेडीयू ने संकेत दिया था कि 2014 लोकसभा चुनाव परिणाम नहीं बल्कि 2015 के विधानसभा चुनावों के परिणाम के आधार पर एनडीए सहयोगियों के बीच सीटों का विभाजन तय हो.
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