इलेक्ट्रिसिटी का पर्याप्त मात्रा में उपयोग ना किए दूध को ताजा रखना कोई आसान काम नहीं है. लेकिन हाल ही में एक जानकारी सामने आई है कि इजरायली शोधकर्ताओं के एक नए शोध ने इस काम को भी आसान कर दिया है. जी हाँ, इस शोध के अनुसार शॉर्ट पल्स इलेक्ट्रिक फील्ड का इस्तेमाल दूध को खराब करने वाले बैक्टीरिया को मारने के लिए किया जा सकता है. इसके चलते आप दूध को फ्रिज के बाहर भी ताजा रख सकते है. इस इलेक्ट्रोपोरेशन प्रोसेस के जरिए बैक्टीरिया की कोशिकाओं की झिल्लियां एकसाथ क्षतिग्रस्त होती हैं.
शोध करने वाली टीम के प्रमुख डॉ. एलेक्जेंडर गोलबर्ग तेल अवीव यूनिवर्सिटी के पॉर्टर स्कूल ऑफ एनवायरनमेंटल स्टडीज से जुड़े हैं. उनके मुताबिक, यह प्रोसेस घर में सामान्य तापमान में रखे हुए दूध में बैक्टीरिया को फैलने से रोकता है. इसके लिए इस्तेमाल होने वाली ऊर्जा को पारंपरिक स्रोतों या सूर्य से हासिल किया जा सकता है. यह टेक्नॉलजी दूध को उबालने में लगने वाली ऊर्जा से तीन गुना अधिक ऊर्जा कुशल है और रेफ्रिजरेशन में लगने वाली ऊर्जा से दोगुना अधिक ऊर्जा कुशल है.
यानी इस टेक्नॉलजी में दूध को संरक्षित करने के अन्य तरीकों की तुलना में कम ऊर्जा लगती है. जो लोग बिजली का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं उनके लिए जाहिर सी बात है कि रेफ्रिजरेशन संभव नहीं है और उबालने से दूध की ताजगी लंबे समय तक कायम नहीं रह सकती है. पल्स इलेक्ट्रिक फील्ड प्रेजर्वेशन टेक्नॉलजी में बिजली की लगातार सप्लाई की जरूरत नहीं होती है.
इसके लिए बिजली की आपूर्ति एक दिन में महज 5.5 घंटे छोटे और फैमिली स्केल के सोलर पैनल्स के इस्तेमाल से पूरी की जा सकती है. यह टेक्नॉलजी एक बेहतरीन, सामान्य और ऊर्जा कुशल मिल्क प्रेजर्वेशन सिस्टम उपलब्ध कराती है, जो कि दूध के खराब होने की संभावना को कम करेगी यानी इससे विकासशील देशों के छोटे दूध उत्पादकों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी.
खुशखबरी! अब 1 रु का पुराना नोट बना सकता है आपको करोड़पति
Omg..यहां निकाल देते है लड़कियों के प्राइवेट पार्ट का एक हिस्सा
दुनिया के ऐसे देश जहां रेप करने पर...
आखिर कैसे रहती है वैश्याएँ, देखिए यहाँ तस्वीरें...
होटल के कमरे में पहुची लड़की, तभी बाथरूम से निकले माँ-बाप, और फिर....