पिछले साल नोटबंदी और इस साल जुलाई में लागू किये गए जीएसटी के बाद कई बैंकों ने अपनी बचत राशि और सावधि जमाओं की ब्याज की दरों को कम कर दिया है.इसलिए वित्तीय सलाहकार म्युचुअल फंड में निवेश की सलाह देने लगे हैं.लेकिन इसमें निवेश से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरुरी है .
बता दें कि सबसे पहले निवेश का उद्देश्य तय करना चाहिए . इसके बाद कितने समय के लिए आप म्युचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं. इसकी अवधि तय करना चाहिए.इसके बाद जिस म्यूचुअल फंड की योजना में निवेश करने जा रहे हैं, उस स्कीम को लाने वाली कंपनी और उसके मैनेजर का रिकॉर्ड भी देखना चाहिए. इसके अलावा कम्पनी का दूसरी योजनाओं में प्रदर्शन और कंपनी की साख बाजार में कैसी है इसका भी पता लगाना चाहिए.
आपको एक खास बात और बता दें कि म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए कितना जोखिम ले सकते हैं. इसका भी निर्धारण किया जाना चाहिए, क्योंकि ज्यादा रिटर्न के लिए आपको ज्यादा जोखिम लेना पड़ेगी. निवेश में सिर्फ रिटर्न के अलावा लगाई गई पूंजी की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण होती है. यही नहीं किसी भी म्यूचुअल फंड को चुनते समय उसमें निवेश से जुड़े खर्च क्या हैं, इसको भी जान लेना जरुरी है ,क्योंकि आपका नेट रिटर्न इन खर्चों के कारण कम हो सकता है.
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