कोलकाता: विपक्षी इंडिया गुट ने आज शुक्रवार को दिल्ली शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख को राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने की भी इजाजत दे दी है, यानी वह लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार कर सकते हैं। हालाँकि, अदालत ने केजरीवाल को 2 जून को वापस सरेंडर करने के लिए कहा है, साथ ही कुछ शर्तें भी लगाई हैं, जैसे वो अपने केस से जुड़ी फाइल नहीं देखेंगे, CM ऑफिस या सचिवालय नहीं जाएंगे और मामले को लेकर कोई टिपण्णी नहीं करेंगे।
हालाँकि, केजरीवाल को बेल मिलने पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) की अध्यक्ष और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ख़ुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि यह फैसला मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान मददगार साबित होगा। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई कि अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिल गई है। यह मौजूदा चुनावों के संदर्भ में बहुत मददगार होगी।" वहीं, शिवसेना (उद्धव गुट) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि अदालत का आदेश दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए "न्याय और राहत" लेकर आया है।
आदित्य ने एक्स पर लिखा कि, "अरविंद केजरीवाल जी को देश में तानाशाही शासन के खिलाफ न्याय और राहत मिलना परिवर्तन की बयार का एक बड़ा संकेत है। वह सच बोलते रहे हैं और यही बात भाजपा को नापसंद है। उन्हें और भारत के लिए INDIA गठबंधन को और अधिक शक्ति मिलेगी। हम संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करेंगे।'' वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी केजरीवाल को राहत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करती है और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए भी इसी तरह की राहत की उम्मीद करती है।
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