नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मार्लेना ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि, 'मेरे बहुत करीबी व्यक्ति के जरिए मुझे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल करने के लिए अप्रोच किया गया। मुझे ये कहा गया कि या तो मैं भाजपा में चली जाऊं और अपना सियासी करियर बचा लूं। यदि भाजपा ज्वॉइन नहीं करी तो आने वाले एक महीने में मुझे एक महीने में गिरफ्तार कर लिया जाएगा।' हो सकता है कि, दिल्ली पुलिस आतिशी से ये भी पूछ ले की उन्हें किसने भाजपा ज्वाइन करने का कहा, क्योंकि इससे पहले भी AAP कई बार ऐसे आरोप लगा चुकी है, लेकिन किसी का नाम नहीं बता सकी।
आतिशी मार्लेना ने आगे कहा कि अगले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी (AAP) के कुछ और नेताओं को अरेस्ट किया जा सकता है। आतिशी ने कहा कि, 'पीएम और भाजपा ने अपना मन बना लिया है। वे AAP और उसके नेताओं को कुचलना चाहते हैं, समाप्त करना चाहते हैं।' आतिशी ने कहा कि, 'AAP का हाईकमान हिरासत में है। मगर, रविवार को रामलीला मैदान पर लाखों लोगों के आने और सड़क पर AAP के संघर्ष के बाद, भाजपा आने वाले वक़्त में हमारे 4 बड़े नेताओं को जेल में डालेगी। आने वाले कुछ दिलों में मेरे घर पर ED की छापेमारी होगी। मेरे रिश्तेदारों और परिवार वालों के घर छापेमारी होगी। हम सबको समन भेजे जाएंगे और फिर अरेस्ट कर लिया जाएगा।'
दिल्ली की मंत्री ने कहा कि भाजपा का मकसद आने वाले 2 महीने में] लोकसभा चुनाव से पहले AAP के 4 और नेताओं को अरेस्ट करने का है। उन्होंने कहा कि, 'वे मुझे गिरफ्तार करेंगे, सौरभ भारद्वाज को, दुर्गेश पाठक को और राघव चड्ढा को भी अरेस्ट करेंगे। हम सबको जेल में डालने का प्लान बनाया जा रहा है।' भाजपा पर आरोप लगाते हुए आतिशी ने कहा कि, 'मैं आज भाजपा को यह बताना चाहती हूं कि हम आपकी धमकी से नहीं डरेंगे। हम केजरीवाल के सिपाही हैं, भगत सिंह के चेले हैं। जब तक AAP के हर कार्यकर्ता में अंतिम सांस बची है, हम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में इस देश को बचाने के लिए लड़ते रहेंगे। AAP के हर विधायक को, हर आदमी को जेल भेज दो। उनकी जगह 10 और लोग यह लड़ाई लड़ने के लिए सामने आएंगे।'
ED द्वारा खुद का नाम लिए जाने पर आतिशी मार्लेना ने कहा कि, 'यह बिल्कुल हो सकता है, क्योंकि कल ED ने सौरभ भारद्वाज और मेरा नाम अदालत में लिया। आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक ऐसे बयान के आधार पर हमारा लिया है, जो बयान ED और CBI के पास डेढ़ साल से है। यह बयान CBI के आरोपपत्र में दर्ज है और ईडी के पास है। तो इस बयान को अब उठाने का क्या मतलब था? उल्लेखनीय है कि, इससे पहले कोर्ट में ED ने केजरीवाल के सामने ही कई अहम खुलासे किए थे। ED ने बताया था कि, केजरीवाल ने विजय नायर के बारे में कहा था कि ये मेरा आदमी है, इस पर भरोसा करो। ED ने दावा किया कि इस पूरे प्लान को विजय नायर और कुछ दूसरे लोगों ने साउथ ग्रुप के साथ मिलकर अंजाम दिया। ED के दावे के अनुसार, विजय नायर सीएम अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लिए काम करता था। अब ED ने कोर्ट में कहा कि, केजरीवाल ने उन्हें बताया है कि, विजय नायर, सौरभ और आतिशी को रिपोर्ट करता था, उन्हें नहीं। गौर करने वाली बात ये भी है कि, जब ED ने कोर्ट में ये बात कही, तो केजरीवाल ने इससे इंकार नहीं किया, वे खामोश रहे। ऐसे में अब ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या केजरीवाल, आतिशी और सौरभ का नाम लेकर खुद बचने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, आतिशी और सौरभ ने भी दो और नाम ले लिए हैं, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक के। यानी हर कोई किसी दूसरे की आड़ लेने की कोशिश कर रहा है। वहीं, ED कोर्ट में यह कह चुकी है कि, AAP कोई पार्टी नहीं है, ये एक कंपनी है, जिसने मिलकर ये घोटाला किया है और इसके सरगना केजरीवाल हैं।
बता दें कि, शराब घोटाले में उनकी भूमिका की जांच को लेकर ED ने केजरीवाल को 9 समन भेजे थे। मगर केजरीवाल हर समन से बचते रहे और उसे अवैध बताकर पेश नहीं हुए। यहाँ तक कि, 21 मार्च को केजरीवाल ने गिरफ्तार न करने की गारंटी के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी, लेकिन अदालत ने इससे इंकार कर दिया था। इसके बाद उसी दिन शाम 7 बजे ED की टीम 10वां समन लेकर केजरीवाल के घर पहुंच गई थी। केजरीवाल से दो घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
बता दें कि, भारत के इतिहास में केजरीवाल पहले सीएम हैं, जो पद पर रहते हुए गिरफ्तार हुए हैं। अगले ही दिन राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को 28 मार्च तक ED की रिमांड पर भेज दिया था। 28 मार्च को कोर्ट ने केजरीवाल को 1 अप्रैल तक की रिमांड पर भेजा था। अब सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया है।
तिहाड़ जेल में पहली रात बेहद बैचैन रहे केजरीवाल, सुबह उठकर 90 मिनट तक लगाया ध्यान
'सभी VVPAT पर्चियों का EVM से मिलान हो..', याचिका पर चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
आतंकवादी चैनल है अल जज़ीरा ! हमास समर्थित रिपोर्टिंग करने के आरोप में इजराइल ने किया बैन