नई दिल्ली: शुक्रवार को दिल्ली मेयर चुनाव को लेकर एमसीडी में जिस प्रकार की राजनीति देखने को मिली, इसने भाजपा एवं आम आदमी पार्टी के बीच तल्खी बढ़ाने का काम कर दिया। एक ओर एलजी से आप की तकरार और अधिक बढ़ गई तो दूसरी ओर से दोनों ही पार्टियों की ओर से एक दूसरे पर कई प्रकार के गंभीर आरोप लगाए गए। परिणाम ये हुआ कि ना मेयर का चुनाव हो सका तथा ना ही चुने हुए पार्षदों को शपथ लेने का अवसर प्राप्त हुआ। अब दोनों भाजपा एवं आम आदमी पार्टी के अपने तर्क हैं। दोनों ही इस हंगामे पर अलग कहानी बयां कर रहे हैं।
वही इस पूरी घटना पर भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि आज जिस प्रकार की घटना नगर निगम के हाउस में घटी वह शर्मनाक है। अरविंद केजरीवाल अपने आप को अराजक बोलते थे तथा आज वही किया। मुझे आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने जो राज्यसभा में सभापति के सामने जो घटना की थी, वो याद आ गई। उपराज्यपाल ने वैधानिक अधिकार के तहत काम किया था। पीठासीन अफसर को धन्यवाद देती हूं जो उन्होंने नामकित पार्षदों को पहले शपथ दिलाने की बात कही। आम आदमी पार्टी सदन की कार्यवाही को सुचारू तौर पर नहीं चलने देना चाहती।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी इसी तल्ख अंदाज में आम आदमी पार्टी पर हमला बोला साधा है। उनके मुताबिक आम आदमी पार्टी ने पहले से ही बवाल मचाने की रणनीति बना रखी थी। उनके कुछ नेता अपने साथ ब्लेड भी लेकर आए थे। इस बारे में वे बताते हैं कि पूरी कार्यवाही के चलते वह पेपर सबके पास था जिसमें पूरा कार्यक्रम था। AAP के पार्षद पूरी तैयारी से आए थे और उनके पास ब्लेड जैसे हथियार थे। कई पार्षद को लगता है कि शराब पीकर आए थे। हम अपने पार्षदों को मतदान की ट्रेनिग दे रहे थे जबकि उनके पार्षद अराजकता करने आए थे। अरविंद केजरीवाल को मेयर के चुनाव से डर क्यों लग रहा है। कई पार्षद ताहिर हुसैन की भांति का काम कर रहे थे। इसका संज्ञान कानून एवं दिल्ली की जनता को लेना चाहिए।
'10 रुपए की रसीद कटवाओ और 3 साल तक सुरक्षा पाओ..', ओपी राजभर का अनोखा ऑफर
पश्चिम बंगाल: मिड डे मील में परोसा जाएगा चिकन, पंचायत चुनाव से पहले ममता सरकार का फैसला
जम्मू कश्मीर में 'आज़ाद' को झटका, कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं कई दिग्गज नेता