नई दिल्ली: दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और सभी पार्टियां अपनी तैयारी में जुट गई हैं। इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में आप किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अकेले चुनाव लड़ेगी।
लोकसभा चुनाव में, आप और कांग्रेस ने दिल्ली की सात सीटों पर गठबंधन किया था, जिसमें आप ने 3 और कांग्रेस ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों ही पार्टियां सभी सीटें बीजेपी से हार गई थीं। इसके बाद, हरियाणा में भी आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से मना कर दिया था और अकेले चुनाव लड़ा था। अरविंद केजरीवाल के इस बयान से ठीक पहले, दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी यह साफ कर दिया था कि कांग्रेस भी दिल्ली चुनाव में आप के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी ने फैसला किया था कि वह दिल्ली की 70 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में आप से गठबंधन नहीं किया होता, तो वह कुछ सीटें जीतने में सफल हो सकते थे।
अरविंद केजरीवाल ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है, और लोग दहशत में हैं। उन्होंने बताया कि गैंगवॉर की घटनाएं बढ़ रही हैं और हाल ही में एक 64 साल के बुजुर्ग की हत्या भी हुई। इसके अलावा, केजरीवाल ने कहा कि जब वह तिलकनगर जा रहे थे, तो उनके ऊपर लिक्विड फेंका गया, जो खतरनाक हो सकता था।