दुनिया में प्रथा के नाम पर बहुत सी अजीब चीज़ें होती हैं. इनके बारे में हम जानते हैं तो हम हैरान रह जाते हैं. कहीं शादी के नाम पर तो कहीं पति को लेकर ऐसी प्रथाएं निभाई जाती हैं कि आपको यकीन नहीं होगा. आज एक और ऐसी प्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको फिर से हैरान कर देगी. आज आपको एक ऐसे समुदाय के बारे में बताएंगे, जिसमें अलग ही तरह की परंपरा का प्रचलन है. इस जनजाति का नाम है मसाई जनजाति जो अफ्रीका के केन्या मे पाई जाती है. कहते है इस समुदाय मे शादी को लेकर अलग तरह का रिवाज है.
इस जनजाति में कहा जाता है कि यहां पर दुल्हन का पिता अपनी बेटी को विदा करते समय उसके मुंह पर थूंकता है जिसे आशिर्वाद माना जाता है. भला ऐसा भी कोई करता है. लेकिन इतना ही नहीं यहां पर एक बार लड़की अपने पिता का घर छोड़ने के बाद वापस उसके घर नहीं आती है. इस पर लोगों का कहना है कि अगर लड़की वापस अपने मायके आ जाती है तो वह पत्थर की बन जाती है.
ये रो भी हैरानी की बात है कि जब दुल्हन अपने मायके से विदा होकर ससुराल पहुँचती है तो उसकी भरपूर बेइज्ज्ती की जाती है. लेकिन महिला की मजबूरी होती है कि वापस अपने मायके नहीं जा पाती है. इस परंपरा के नाम पर महिला को पैर की जूती के समान माना जात है. इसके अलावा किसी महिला की उसके ससुराल मे मौत हो जाती है तो उसके शव को दफनाया नहीं जाता है बल्कि खुले मे छोड़ दिया जात है. इलको में आज भी इस तरह की परंपराओं के तहत महिलाओ पर अत्याचार किए जाते है.
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